Global Tiger day: पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बढ़ा बाघों का कुनबा, तीन साल में 54 से बढ़कर 65 हुए टाइगर
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में कागजों पर भी बाघों की दहाड़ मजबूत हो गई है। लगातार यहां बाघों की घटती -बढ़ती संख्या को लेकर आसमंजस अब दूर हो गया है। यह संजोग है कि टाइगर ग्लोबल-डे 29 जुलाई से ठीक एक दिन...
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में कागजों पर भी बाघों की दहाड़ मजबूत हो गई है। लगातार यहां बाघों की घटती -बढ़ती संख्या को लेकर आसमंजस अब दूर हो गया है। यह संजोग है कि टाइगर ग्लोबल-डे 29 जुलाई से ठीक एक दिन पहले एनटीसीए से जारी रिपोर्ट के मुताबिक अब पीलीभीत में 65 बाघों की संख्या पर मोहर लगा दी है। वर्ष 2017 की गणना में बाघों की संख्या 54 से अधिक होने का दावा किया गया था।
इधर, पिछले साल जब घोषणा हुई तो जुबान पर बाघों की संख्या 60 के पार होने के दावे एकाएक उभर आए। हालांकि इसका आधिकारिक प्रमाण नहीं था। अधिकारी भी खुलकर इस आकड़े पर हामी नहीं भर रहे थे। अब बाघ दिवस से एक दिन पहले ही एनटीसीए नई दिल्ली ने पीलीभीत में बाघों की संख्या 65 से अधिक होने का दावा कर घोषणा कर दी है। इससे वन्यजीव प्रेमियों की भी खुशी दौड़ गई। इधर, सीमित संसाधानों के बीच यहां के अधिकारी टाइगर रिजर्व के वन्यजीवों के लिए बेहतर काम कर रहे हैं। इसका प्रमाण भी अब धरातल पर आ गया है। कम संसाधन के बीच हो रहे बेहतर कार्य के बीच लोगों में बाघों की घटती संख्या अखर रही थी। हर साल बाघ दिवस पर इसी पर मंथन होता था।
यहां के लोगों को बाघ दिवस की पूर्व संध्या खुशी लेकर आई। वर्ष 2018 में हुई गणना की मंगलवार की दोपहर घोषणा कर दी गई। इसमें तीन साल से बाघों की 54 प्लस के आकड़ों को पीछे कर दिया गया। बाघों की संख्या 65 प्लस बताई गई है जो अब रिकार्ड में आ गई है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व के अलावा प्रदेश के दुधवा पार्क में बाघों की संख्या 107 से 16 अधिक होने का दावा किया गया। हालांकि, दुधवा नेशनल पार्क को दुधवा टाइगर रिजर्व, किशनपुर वाइल्ड लाइफ सेंच्युरी और कर्तनिया घाट मिल कर संपूर्ण बनाते हैं। पीलीभीत में घनत्व के हिसाब से बाघों की संख्या अधिक मानी जा सकती है।
वर्ष 2018 में हुई गणना का मंगलवार को आई रिपोर्ट में एनटीसीए ने पीलीभीत टाइगर रिजर्व में 65 प्लस बाघ होने की सूची जारी की है। इसमें दुधवा में 107 से 16 अधिक बाघ दर्शाए गए हैं। पीलीभीत में तीन साल से 54 प्लस बाघ ही रिकार्ड में थे। अब अक्तूबर में स्थानीय स्तर पर हुई गणना का परिणाम घोषित होगा।
नरेश कुमार, वरिष्ठ परियोजनाधिकारी, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ