ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशयूपी के चर्चित आईएएस अभिषेक सिंह ने दिया इस्तीफा, पत्नी भी हैं डीएम, गुजरात चुनाव में फोटो हुई थी वायरल, अब यह है तैयारी

यूपी के चर्चित आईएएस अभिषेक सिंह ने दिया इस्तीफा, पत्नी भी हैं डीएम, गुजरात चुनाव में फोटो हुई थी वायरल, अब यह है तैयारी

यूपी चर्चित आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। वर्ष 2011 बैच के आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह फरवरी 2023 से निलंबित चल रहे हैं। उनकी पत्नी भी आईएएस हैं और इस समय बांदा में डीएम हैं।

यूपी के चर्चित आईएएस अभिषेक सिंह ने दिया इस्तीफा, पत्नी भी हैं डीएम, गुजरात चुनाव में फोटो हुई थी वायरल, अब यह है तैयारी
Yogesh Yadavहिन्दुस्तान,लखनऊWed, 04 Oct 2023 12:18 AM
ऐप पर पढ़ें

यूपी कैडर के चर्चित आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। वर्ष 2011 बैच के आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह फरवरी 2023 से निलंबित चल रहे हैं। उनकी पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल वर्ष 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हैं और इस समय बांदा की डीएम हैं। अभिषेक मूलत: यूपी जौनपुर के रहने वाले हैं। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने जौनपुर में गणेशोत्सव का भव्य आयोजन कराया और मुंबई से कई फिल्मी हस्तियों को बुलाकर कार्यक्रम कराया था। इस कार्यक्रम को अगले लोकसभा चुनाव की तैयारी से जोड़कर देखा गया था। अब उनके इस्तीफे से लगभग साफ हो गया है कि वह चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं। अभिषेक को ऐक्टिंग का शौक है। वह कुछ फिल्मों में काम भी कर चुके हैं।

अभिषेक के पिता कृपा शंकर सिंह रिटायर आईपीएस अधिकारी हैं। अभिषेक ने 14 अगस्त 2103 को ट्रेनिंग के बाद पहली पोस्टिंग झांसी में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर मिली। उन्हें 11 अक्तूबर 2014 को निलंबित कर दिया गया था। बहाली होने के बाद जनवरी 2015 में हरदोई का मुख्य विकास अधिकारी बनाया गया। मार्च 2015 में वह दिल्ली सरकार में प्रतिनियुक्ति पर चले गए। पांच साल बाद दिल्ली से वापसी पर उन्हें गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए प्रेक्षक बनाकर भेजा गया।

गुजरात में उन्होंने प्रेक्षक ड्यूटी का कार्यभार भी ग्रहण किया, लेकिन वहां कार के आगे फोटो खिंचवाने और सोशल मीडिया पर डालने की वजह से चर्चा में आ गए। निर्वाचन आयोग ने उचित आचरण न किए जाने पर 18 नवंबर 2022 को उन्हें प्रेक्षक ड्यूटी से हटा दिया। प्रेक्षक ड्यूटी से अवमुक्त होने के बाद अभी तक उन्होंने नियुक्ति विभाग में अपनी योगदान आख्या नहीं दी।

राज्य सरकार ने उनके इस कृत्य को अखिल भारतीय सेवाएं (आचरण) नियमावली-1968 के नियम-3 का उल्लंघन मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया। उन्हें निर्देशित किया गया है कि संबद्धता की अवधि में बिना लिखित अनुमति प्राप्त किए मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। इसके बाद भी उनका मन नौकरी में नहीं लग रहा था। नियमत: 20 साल की नौकरी पर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया जाता है, लेकिन अभिषेक की सेवा अभी इतनी नहीं हुई है। इसीलिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।

विधानसभा चुनाव 2023 के सारे अपड्टेस LIVE यहां पढ़े