कोरोना वायरस से शहर वाले तो थे सतर्क , बाहरी लोगों ने फैला दी महामारी
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मेरठ के लोग पूरी तरह से सतर्क थे लेकिन बाहरी लोगों ने यहां महामारी फैला दी। फिलहाल, हालत यह है कि जिला रेड अलर्ट सूची में आ गया है। यहां एक ही व्यक्ति से कुल...
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मेरठ के लोग पूरी तरह से सतर्क थे लेकिन बाहरी लोगों ने यहां महामारी फैला दी। फिलहाल, हालत यह है कि जिला रेड अलर्ट सूची में आ गया है। यहां एक ही व्यक्ति से कुल संक्रमित में से 50 फीसदी लोग चपेट में आए। मुंबई का क्रॉकरी कारोबारी 19 मार्च को मेरठ के शास्त्रीनगर सेक्टर-13 स्थित ससुराल आया। सबसे पहले उसकी पत्नी संक्रमित हुई। इसके बाद तीन साले सहित परिवार के कुल 17 लोग चपेट में आ गए।
जमातियों ने भी संक्रमण बढ़ाया
वहीं, सरधना में जिन दो युवकों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, वे इंडोनेशिया के हैं और जमात में यहां आए थे। इसी तरह, फलावदा के गांव महलका मदरसे में रह रहे तीन लोगों को कोरोना की पुस्टि हुई। ये तीनों झारखंड में रांची के पिठौरिया क्षेत्र के रहने वाले हैं। जमात लेकर महलका में आए थे। मवाना में आई जमात में शामिल रांची के सात युवकों को एक दिन पहले कोरोना पॉजिटिव आया है।
32 लोगों में अब तक पुष्टि
मेरठ में अभी तक 32 लोगों को कोरोना की पुस्टि हुई है। इसमें 14 लोग दूसरे शहरों के रहने वाले हैं। अगर ये लोग मेरठ में न आते तो कोरोना वायरस शायद नहीं फैलता। स्वास्थ्य विभाग भी मेरठ में कोरोना के लिए इन्हीं बाहरी युवकों को जिम्मेदार मान रहा है। फिलहाल सभी संक्रमित युवक आइसोलेट हैं और इनके संपर्क में आने वालों को क्वारंटाइन करने की कार्रवाई तेजी से चल रही है।