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कानून बनाना ही अयोध्या विवाद का सबसे बेहतर समाधान : राकेश सिन्हा

राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा का मानना है कि अयोध्या विवाद में कानून बनाना ही सबसे बेहतर समाधान है। मंदिर के लिए संसद में निजी विधेयक लाने की घोषणा कर चुके सिन्हा इसे चुनावी मुद्दा नहीं मानते। लेकिन...

कानून बनाना ही अयोध्या विवाद का सबसे बेहतर समाधान : राकेश सिन्हा
ज्ञान वर्मा,नई दिल्लीTue, 13 Nov 2018 05:53 AM
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राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा का मानना है कि अयोध्या विवाद में कानून बनाना ही सबसे बेहतर समाधान है। मंदिर के लिए संसद में निजी विधेयक लाने की घोषणा कर चुके सिन्हा इसे चुनावी मुद्दा नहीं मानते। लेकिन उनका कहना है कि यह मसला उन तत्वों को भी उजागर करता है जो भारत की संस्कृति और सभ्यता की विरासत की अनदेखी कर रहे हैं। भाजपा नेता ने मिंट को दिए साक्षात्कार में कहा कि मंदिर मुद्दा अब कोर्ट से बाहर और संसद में है। साक्षात्कार में उन्होंने राज जन्मभूमि को महत्वपूर्ण मुद्दा बताया। उन्होंने कहा कि राम और रोटी का हमारी संस्कृति में काफी महत्व है।

राकेश सिन्हा ने कहा कि यह कोई नया विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनाने का संघर्ष पिछले 400 साल से चल रहा है। उन्होंने कहा कि संरचना पर विवाद हो सकता है जो अस्तित्व में था जिसे बाबरी मस्जिद के नाम से जाना जाता था लेकिन विशेष स्थान पर कोई विवाद नहीं है। सिन्हा ने आगे कहा कि मुगल और ब्रिटिश राजस्व रिपोर्ट बार-बार इस स्थान का जन्म स्थान के रूप में उल्लेख करते हैं।

एएसआई की रिपोर्टोँ में मंदिर होने की पुष्टि
राकेश सिन्हा ने बताया कि यह एक स्वीकार्य तथ्य है मंदिर को नष्ट किया गया था। उन्होंने कहा कि 1872 से 2003 तक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की चार रिपोर्टों में इस बात की पुष्टि हुई है कि वहां एक मंदिर था। उन्होंने कहा कि मंदिर को तोड़ने के सबूत हैं। उन्होंने कहा कि जानबूझकर विवाद पैदा किया गया है। 

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हमें अदालतों पर भरोसा 
सिन्हा ने कहा कि हमें अदालतों पर भरोसा है। यही कारण है कि भाजपा, आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद इस मामले की कार्यवाही में तेजी लाने के लिए अदालत से अपील करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें आशा थी कि अदालत दिन-प्रतिदिन सुनवाई करेगी। हमारी एकमात्र उम्मीद दिन-प्रतिदिन सुनवाई पर टिकी है। उन्होंने कहा कि दूसरे पक्ष के पास कुछ मार्क्सवादी इतिहासकारों के लेखन को छोड़कर कोई और सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें यकीन है कि जब अदालत दिन-प्रतिदिन सुनवाई शुरू करेगी तो फैसला मंदिर के पक्ष में होगा।
 
क्या निजी विधेयक का समर्थन करेंगी विपक्षी पार्टियां
सिन्हा ने विपक्षी पार्टियों से सवाल करते हुए कहा कि मंदिर बनाने के लिए संसद में निजी विधेयक लाने पर वह समर्थन करेंगी या नहीं। उन्होंने कहा कि इस पर कांग्रेस, सपा और अन्य पार्टियों का क्या रुख होगा। सिन्हा ने आगे कहा कि विपक्षी पार्टियां भाजपा से लगातार सवाल करती हैं कि मंदिर का निर्माण कब शुरू होगा। लेकिन अब मैं उनसे पूछना चाहूंगा कि क्या वह निजी विधेयक का समर्थन करेंगे।

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