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टीईटी पर्चा लीकः अनिल भूषण चतुर्वेदी फिर सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी बने, मनोज रजिस्ट्रार होंगे

अनिल भूषण चतुर्वेदी को फिर से सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की कमान दे दी गई है। इसी साल जून में अनिल भूषण चतुर्वेदी का तबादला लखनऊ हुआ था। अनिल भूषण चतुर्वेदी संजय उपाध्याय की जगह लेंगे। टीईटी पेपर...

टीईटी पर्चा लीकः अनिल भूषण चतुर्वेदी फिर सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी बने, मनोज रजिस्ट्रार होंगे
लखनऊ प्रयागराज संवाददाताWed, 01 Dec 2021 07:20 PM

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अनिल भूषण चतुर्वेदी को फिर से सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की कमान दे दी गई है। इसी साल जून में अनिल भूषण चतुर्वेदी का तबादला लखनऊ हुआ था। अनिल भूषण चतुर्वेदी संजय उपाध्याय की जगह लेंगे। टीईटी पेपर लीक मामला सामने आने के बाद सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी रहे संजय उपाध्याय को निलंबित करने के बाद बुधवार को गिरफ्तार भी कर लिया गया। इसके अलावा मनोज कुमार अहिरवार रजिस्ट्रार होंगे। 

एसटीएफ ने निलंबित सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज संजय उपाध्याय को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। टीईटी पेपर लीक मामले में सोमवार को उन्हें निलंबित किया गया था। उन्होंने बिना किसी गोपनीयता की जांच कराए टीईटी के पेपर की छपाई का ठेका दे दिया था। मंगलवार को ही एसटीएफ ने छपाई का ठेका लेने वाली कंपनी के निदेशक राय अनूप प्रसाद को गिरफ्तार किया था। 

इस मामले में अब तक 38 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें से 33 को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है, जबकि पांच लोगों की गिरफ्तारी बस्ती पुलिस द्वारा की गई है। पेपर की छपाई कराने वाली कंपनी आरएसएम फिनसर्व लिमिटेड के निदेशक राय अनूप प्रसाद की मंगलवार को गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने निलंबित सचिव संजय उपाध्याय को हिरासत में ले लिया था। उन्हें पूछताछ के लिए एसटीएफ मुख्यालय लखनऊ लाया गया था, जहां पूरे मामले में संलिप्तता पाए जाने पर बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया। 

संजय उपाध्याय ने आरएसएम फिनसर्व लिमिटेड नामक जिस कंपनी से पेपर की छपाई (मुद्रण) का कार्य कराया गया, वह प्रश्नपत्र छपाई जैसे अति गोपनीय कार्य के लिए सक्षम ही नहीं थी। कंपनी के पास सिक्योरिटी प्रिंटिस प्रेस की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं थी, जिस कारण कंपनी ने चार-चार अलग कंपनियों से सुरक्षा मानकों की अनदेखी करते हुए प्रश्नपत्रों की छपाई का काम कराया। कंपनी द्वारा विभिन्न स्तरों पर गड़बड़ी किए जाने से प्रश्नपत्र आउट हो गया और परीक्षा रद्द करनी पड़ी। 

गिरफ्तारी के बाद संजय उपाध्याय ने एसटीएफ को बताया कि वह मूल रूप से गाजीपुर जिले के करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के चकिया गांव के रहने वाले हैं। वह वर्ष 1995 बैच के पीईएस हैं। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी के तौर पर परीक्षा नियंत्रक भी वही थे। गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट के सूरजपुर थाने में आईपीसी की धारा 420, 409 व 120 बी के तहत मंगलवार को राय अनूप प्रसाद समेत पांच के विरुद्ध दर्ज कराए गए मुकदमे में ही संजय उपाध्याय को भी जेल भेजा गया।

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