ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशगोवा से बनारस के लिए रवाना हुआ दस करोड़ी क्रूज, गंगा पर आकर्षक नजारे ले सकेंगे देशी-विदेशी पर्यटक

गोवा से बनारस के लिए रवाना हुआ दस करोड़ी क्रूज, गंगा पर आकर्षक नजारे ले सकेंगे देशी-विदेशी पर्यटक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की काशी में पर्यटकों को जल्द ही आकर्षक नजारें क्रूज पर बैठकर लेने की सुविधा मिलेगी। यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गोवा से क्रूज रवाना हो गया है। भारत सरकार में...

गोवा से बनारस के लिए रवाना हुआ दस करोड़ी क्रूज, गंगा पर आकर्षक नजारे ले सकेंगे देशी-विदेशी पर्यटक
वाराणसी हिन्दुस्तान टीमTue, 24 Nov 2020 03:04 PM
ऐप पर पढ़ें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की काशी में पर्यटकों को जल्द ही आकर्षक नजारें क्रूज पर बैठकर लेने की सुविधा मिलेगी। यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गोवा से क्रूज रवाना हो गया है। भारत सरकार में रक्षा उत्पाद के सचिव राजकुमार ने वर्चुअल हरी झंडी दिखाकर गोवा शिपयार्ड से क्रूज को बनारस के लिए रवाना किया। प्रोजेक्ट मैनेजर रामविजय सिंह ने बताया कि क्रूज करीब 6000 किमी की यात्रा कर 20 दिसम्बर को बनारस पहुंचेगा। इस दौरान समुंद्र के रास्ते गोवा से केरल, चेन्नई, बंगाल और फिर हल्दिया आने के बाद गंगा के रास्ते बनारस पहुंचेगा। 

क्रूज के साथ क्रू मेम्बर की दो टीमें भी आएंगी। प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया 10. 71 करोड़ से यह क्रूज दो साल में बनकर तैयार हुआ है। इसे फेरी फेरी पैसेंजर व्यवस्था के तहत संचालित किया जाएगा। संचालन की जिम्मेदारी पर्यटन विभाग के पास होगी। यहां आने के बाद क्रूज का किराया तय होगा। 

इस अत्याधुनिक क्रूज में एक साथ 160 से 175 लोग सफर कर सकेंगे। इसे बनारसी बजड़े का अत्याधुनिक स्वरूप माना जा सकता है। बजड़े की भांति ही इसमें नीचे और ऊपर बैठने की व्यवस्था की गई है। राउंड चेयर सिटिंग अरेंजमेंट वाला निचला हिस्सा वातानुकूलित होगा। इस सिटिंग अरेंजमेंट का फोल्डिंग होना इसकी एक और खासियत है। इन्हें आवश्यकता के अनुसार हटाया और लगाया जा सकता है।

क्रूज के ऊपर हिस्से पर एक जालीदार छत करीब नौ फुट के तिरछे चार ऐंगिल के सहारे खड़ी की जाएगी। क्रूज का यह हिस्सा चारों ओर से खुला रहेगा। यहां बैठकर पर्यटक काशी की साढ़े सात किलोमीटर लंबी प्राकृतिक दीर्घा के नजारे, पारंपरिक बजड़े की छत पर बैठकर लेने जैसी अनुभूति कर सकेंगे। 

क्रूज परिचालन के लिए हाईटेक केबिन होगा। इस केबिन में एक खास स्क्रीन होगी जिसपर दो किलोमीटर दूर तक गंगा की लहरों पर होने वाली गतिविधियों को अत्याधुनिक हाईिडफिनेशन कैमरे के जरिए देखा जा सकेगा। इसका संचालन पर्यटन निगम से कराने के लिए पर्यटन विभाग पहले ही शासन को पत्र लिख चुका है।

निगम ही पर्यटकों के बैठने के लिए दर का भी निर्धारण करेगा। इसे बनारस के दक्षिणी कोने पर स्थित अस्सी घाट से  उत्तरी कोने पर मौजूद राजघाट के बीच चलाया जाएगा। इसके लिए दोनों स्थानों पर जेटी बनाई जाएगी। साथ में यहां टिकट काउंटर होगा। क्रूज में आडियो सिस्टम होगा जो बनारस के घाटों के बारे में विस्तार से जानकारी देगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें