13 साल की उम्र में शहीद हुए विद्यार्थी पर शिक्षक-छात्रों ने बनाई फिल्म, प्रिंसिपल से लेकर रसोईये ने किया अभिनय
देवरिया के एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक और छात्रों ने 13 वर्ष की उम्र में शहीद हुए रामचन्द्र विद्यार्थी पर फिल्म बना डाली। प्रोमो सोशल मीडिया पर जारी हो गया है। इसमें स्कूल के सभी ने एक्टिंग की।
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भटनी (देवरिया)। ऐसे समय में जब पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, देवरिया के एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक और छात्रों ने 13 वर्ष की उम्र में शहीद हुए रामचन्द्र विद्यार्थी पर फिल्म बना डाली। फिल्म को प्रोमो सोशल मीडिया पर जारी हो गया है। फिल्म 14 अगस्त को रामचंद्र विद्यार्थी की पुण्यतिथि पर रिलीज करने की तैयारी है। बमुश्किल 10 हजार रुपये की लागत से तैयार 30 मिनट की इस फिल्म में छात्र, शिक्षक, रसोइयों और बीईओ ने अभिनय किया है। फिल्म की पटकथा प्रधानाध्यापक भोला चौधरी ने लिखी है। यही नहीं उन्होंने निर्देशन के साथ फिल्म में अभिनय भी किया है।
भोला पटकथा लेखन के लिए राज्य स्तर पर विभागीय प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत किए जा चुके हैं। उन्हें फिल्म बनाने का ख्याल बीते अप्रैल माह में आया। इसके बाद पटकथा तैयार करने के साथ ही बच्चों केा प्रशिक्षित करने में जुट गए। फिर पुराने मकान, वैसे ही कपड़े आदि की तलाश पूरी होने पर शिक्षक की पूरी टीम ने इस पर काम करना शुरू किया। इस फिल्म में बाल कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। सोशल मीडिया पर जारी प्रोमो में भोजपुरी संवाद, गीत, कुर्ता, भगही जैसे परिधान, खपरैल, ढिबरी, झोपड़ी, बाईस्कोप लोगों को उस दौर की याद दिला रही है।
कम संसाधन में तैयार हुई है यह फिल्म
भोला चौधरी ने बताया कि बच्चों से लेकर मजिस्ट्रेट तक की वेशभूषा के लिए पुराने तरीके के कपड़े का उपयोग किया गया है। उनके अनुसार पूरी फिल्म मोबाइल एप के जरिए बनायी गई है। जिसके लिए रामचन्द्र विद्यार्थी के गांव, उनके विद्यालय आदि जाकर जानकारियां जुटायी गयीं। इस फिल्म में तीन गीत भी हैं।
पांचवीं का छात्र प्रियांशु बना है रामचन्द्र विद्यार्थी
पांचवीं में पढ़ने वाला दस साल के प्रियांशु ने फिल्म में रामचन्द्र विद्यार्थी की भूमिका निभाई है। प्रियांशु ने बताया कि वह शहीदों के बारे में तो जानता था पर अपने ही गांव के पास के शहीद रामचन्द्र विद्यार्थी को नहीं जानता था। इस फिल्म में अभिनय कर वह अपने क्षेत्र से शहीद को जान पाया है। प्रियांशु फिल्म को देखकर काफी रोमांचित है।
अभिनय में इनका है योगदान
खण्ड शिक्षा अधिकारी रोहित कुमार पाण्डेय, प्रधानाध्यापक भोला चौधरी, शिक्षक श्रीराम गुप्ता, अरविन्द राय, रसोइया बुधिया देवी, छात्र प्रियांशु चौहान, यशोदा देवी अभिभावक, सफाईकर्मी विनोद कुमार आदि ने फिल्म में अभिनय किया है। फिल्म में अपने स्वर से सुधीर तिवारी, भोला चौधरी, अरविन्द कुमार राय ने जोश भर दिया है।
रामचंद्र विद्यार्थी
देवरिया के रामपुर कारखाना क्षेत्र के नौतन हथियागढ़ के रहने वाले शहीद रामचन्द्र विद्यार्थी 14 अगस्त 1942 को महज 13 वर्ष की आयु में देवरिया में कचहरी पर तिरंगा फहराते हुए शहीद हो गए थे। उस समय वह कक्षा सात के छात्र थे।