आगरा में जामा मस्जिद मामले पर सर्वे रिपोर्ट तलब, 11 जुलाई को सुनवाई करेगा कोर्ट
आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे श्रीकृष्ण की मूर्ति दबी होने के विवाद में बुधवार को सुनवाई हुई। कोर्ट के अमीन, पुरातत्व विभाग को 11 जुलाई तक सर्वे रिपोर्ट सौंपे जाने के आदेश दिए गए हैं।

आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे श्रीकृष्ण की मूर्ति दबी होने के विवाद में कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर द्वारा याचिका दायर की गई थी। बुधवार को सभी पक्षों को अपना जवाब दाखिल करने के लिए बुलाया गया था, लेकिन दो पक्षों को नोटिस तामील नहीं हुए। कोर्ट ने अब सुनवाई के लिए 11 जुलाई को अगली तारीख नियत की है। इस संबंध में कोर्ट के अमीन, पुरातत्व विभाग को 11 जुलाई तक सर्वे रिपोर्ट सौंपे जाने के आदेश दिए गए हैं।
याचिका पर लघु वाद न्यायाधीश भारतेंदु प्रकाश गुप्ता द्वारा प्रतिवादी गणों के विरुद्ध मुकदमे के विचारण के लिए नोटिस जारी करने के आदेश पारित किए थे। इस मामले में श्री कृष्ण जन्म स्थान एवं सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ को अदालत द्वारा समन तामील कराया गया था, लेकिन उनकी तरफ से कोई भी पक्षकार बुधवार को अदालत में हाजिर नही हुआ। कथा वाचक देवकी नंदन ठाकुर के अधिवक्ता विनोद शुक्ला ने बताया कि अदालत ने समन प्राप्त करने वाले प्रतिवादी गणों को जवाब प्रस्तुत करने के लिए 11 जुलाई की तिथि नियत की है।
मामले में श्री कृष्ण जन्म भूमि संरक्षित सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज पांडेय, सचिव पीयूष गर्ग और कोषाध्यक्ष कृष्ण शर्मा वादी पक्ष से हैं। ट्रस्ट के अधिवक्ता विजेंद्र रावत ने बताया कि यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ और श्रीकृष्ण जन्मभूमि सेवा संस्थान को नोटिस तामील नहीं हुए। दोनों को दोबारा नोटिस भेजे गए हैं।
ये किया गया था दावा
कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर ने दावा किया था कि आगरा की जामा मस्जिद में जो सीढ़ियां बनी हैं, उनके नीचे श्रीकृष्ण भगवान की मूर्तियां हैं। देवकीनंदन ने कहा था कि पहले हमारे देश में बाहर से आए मुगल आक्रांताओं ने सनातन धर्म और हिंदू संस्कृति को नुकसान पहुंचाने और अपमानित करने के काम किए थे। 1670 में औरंगजेब ने मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर प्राचीन ठाकुर केशव देव मंदिर को तोड़कर उस स्थान पर मस्जिद बनवा दी थी।
मूर्तियां पैरों के नीचे रौंदी जा रहीं
कथावाचक ने कहा था कि औरंगजेब ने केशव देव मंदिर की मूर्तियों को आगरा की जामा मस्जिद (जहांआरा बेगम मस्जिद छोटी मस्जिद) की सीढ़ियों के नीचे दबा दिया। सनातन धर्म और हिंदुओं को अपमानित करते हुए मुस्लिम लोग इन सीढ़ियों पर चढ़कर मस्जिद में जाते हैं। हमारे आराध्य भगवान की पवित्र मूर्तियों आज भी पैरों के नीचे रौंदी जा रही हैं।
इनको दिया गया था नोटिस
श्रीकृष्ण जन्मभूमि संरक्षित सेवा ट्रस्ट की ओर से ही 11 मई को वाद दायर किया गया है। कोर्ट ने इस मामले में जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी, छोटी मस्जिद, दीवान-ए-खास, जहांआरा मस्जिद आगरा किला, यूपी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ और श्रीकृष्ण सेवा संस्थान को नोटिस भेजा था। इन सबको अपना पक्ष रखने के लिए 31 मई की तारीख दी गई थी।
