देवबंद: तीन तलाक के समर्थन में उठी पहली आवाज, PM मोदी को भेजी चिट्ठी
सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीन तलाक को बैन किए जाने के बाद केंद्रीय मंत्रीमंडल द्वारा कानून के मसौदे को कानूनी अमलीजामा पहनाए जाने को गैर जमानती अपराध करार देने का स्वागत किया है। देवबंद निवासी नजमा ने...
सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीन तलाक को बैन किए जाने के बाद केंद्रीय मंत्रीमंडल द्वारा कानून के मसौदे को कानूनी अमलीजामा पहनाए जाने को गैर जमानती अपराध करार देने का स्वागत किया है। देवबंद निवासी नजमा ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर तीन तलाक के आरोपी को आठ से दस साल की सजा का प्रावधान देने की मांग की है।
इल्म की नगरी देवबंद से भी अब तीन तलाक के मुद्दे को लेकर इसके समर्थन में आवाज उठने लगी है। मोहल्ला सराए पीरजादगान निवासी तलाकशुदा महिला नजमा ने पीएम मोदी के कदम का स्वागत करते हुए कहा कि कानून को लचीला बनाने के बजाए इसमे सजा का प्रावधान अधिक रखना चाहिए। जिससे कोई भी पति अपनी पत्नी को बिना वजह तलाक देने से बचे। नजमा ने तीन साल की सजा और जुर्माने की राशि को कम बताते हुए कहा कि इसेो दोगुना कर दिया जाना चाहिए। हालांकि अब से पहले नगर की महिलाएं इस कानून का विरोध करती आई हैं और बाकायदा पहली बार प्रदर्शन कर एसडीएम को भी सुप्रिम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ ज्ञापन दिया जा चुका है।
नजमा का विवाह क्षेत्र के गांव लबकरी में 2013 में हुआ था और उसके पति ने सऊदी अरब से ही उसे तलाक दे दिया था। पीड़िता ने सरकार से गुहार लगाई है कि वह महिलाओ को न्याय दिलाने के लिए सजा के प्रावधान को दोगुना कर जुर्माना राशि भी बढ़ाए।