यूपी के कॉलेजों में निखारी जाएगी छात्रों की पर्सनालिटी, होंगी कई क्लासेज
तकनीकी शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए आईआईटी की तर्ज पर प्रदेश के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में तीन हफ्ते के मेंडेट्री इंडक्शन प्रोग्राम (प्रेरणा कार्यक्रम) अनिवार्य होंगे। इसकी शुरुआत अगले सत्र से की...
तकनीकी शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए आईआईटी की तर्ज पर प्रदेश के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में तीन हफ्ते के मेंडेट्री इंडक्शन प्रोग्राम (प्रेरणा कार्यक्रम) अनिवार्य होंगे। इसकी शुरुआत अगले सत्र से की जाएगी। एकेटीयू प्रशासन ने सभी कॉलेजों को प्रोग्राम के बारे में जानकारी देकर तैयारियां शुरू कर दी हैं।
टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी इम्प्रूमेंट प्रोग्राम (यूपी) के कोऑर्डिनेटर एसपी शुक्ला ने बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में शहर और गांव के बच्चे प्रवेश लेते हैं जो कि अलग-अलग बोर्ड से पढ़कर आते हैं। ऐसे में छात्रों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। किसी की अंग्रेजी कमजोर होती है तो कोई झिझक के कारण सही से बातचीत नहीं कर पाता।
छात्रों के बीच की ऐसी असमानताओं को दूर करने के लिए एआईसीटीई ने टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी इम्प्रूमेंट प्रोग्राम के तहत मेंडेट्री इंडक्शन प्रोग्राम (प्रेरणा कार्यक्रम) की योजना बनाई है। इसमें सत्र की शुरुआत के तीन हफ्ते छात्र की पर्सनालिटी डेवलपमेंट से लेकर पढ़ाई (जिस विषय में कमजोर होगा) उसे बेहतर किया जाएगा, ताकि वह क्लास में अन्य छात्रों से खुद को अलग न समझे।
सुबह होगा योग, शाम को शहर से होंगे रूबरू-
कार्यक्रम में योग भी शामिल है। छात्रों को तीन हफ्तों तक योग के साथ मोटीवेशनल लक्चर भी शिक्षक देंगे। चूंकि कॉलेजों में विभन्न शहरों व गांव के लोग प्रवेश लेते हैं ऐसे में जिस शहर के कॉलेज में उनका एडमीशन होगा उससे छात्रों को रूबरू कराया जाएगा। शिक्षक शहर की धरोहर, खासियत और विरासत के बारे में जानकारी देंगे।
तकनीकी शिक्षा को बेहतर करना मकसद-
एसपी शुक्ला ने बताया कि एडमीशन के बाद प्रत्येक बच्चे की इंटरमीडिएट की मार्कशीट का आंकलन किया जाएगा। इससे पता चलेगा कि वह किस विषय में कमजोर है। उसके बाद उन तीन हफ्तों के भीतर उस विषय पर अलग से उसके लिए कॉलेज प्रशासन को क्लासेस चलाकर विषय को मजबूत कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूरी कवायद तकनीकी शिक्षा को बेहतर करना है।
जनवरी में एक हफ्ते का डेमो-
सत्र 2018-19 शुरू होने से पहले एकेटीयू समेत कुछ इंजीनियरिंग कॉलेज जनवरी में इस प्रोग्राम का डेमो करेंगे। इसके तहत एक हफ्ते प्रोग्राम चलाया जाएगा। अभी तक इसकी तारीख 21 जनवरी तय की गई है। हालाकि तारीख में बदलाव हो सकता है।