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हरिद्वार से कांवड़ लेकर लौट रहे कांवड़ियों पर मुरादाबाद में पथराव, हंगामा, 32 नामजद और 20 अज्ञात पर मुकदमा

मुरादाबाद जिले के बिलारी थाना क्षेत्र के गांव नौसना में कांवड़ लेकर लौट रहे कांवड़ियों का दूसरे समुदाय के लोगों ने डीजे बंद कराने का प्रयास किया। इसको लेकर हुई कहासुनी के बाद आरोपियों ने कांवड़ियों...

हरिद्वार से कांवड़ लेकर लौट रहे कांवड़ियों पर मुरादाबाद में पथराव, हंगामा, 32 नामजद और 20 अज्ञात पर मुकदमा
Dinesh Rathour हिन्दुस्तान, बिलारी मुरादाबादFri, 2 Aug 2024 05:03 PM
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मुरादाबाद जिले के बिलारी थाना क्षेत्र के गांव नौसना में कांवड़ लेकर लौट रहे कांवड़ियों का दूसरे समुदाय के लोगों ने डीजे बंद कराने का प्रयास किया। इसको लेकर हुई कहासुनी के बाद आरोपियों ने कांवड़ियों पर हमला कर दिया। इस दौरान जमकर पत्थरबाजी की। पत्थरबाजी में पांच कांवड़ियों और जत्थे के साथ चल रहे कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। हंगामा और बवाल की सूचना पर थोड़ी देर में ही भारी पुलिस बल गांव में पहुंच गया। पुलिस ने समझाबुझाकर लोगों को शांत कराया, जिसके बाद मंदिरों में जलाभिषेक हो सका। घटना के बाद गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। इस मामले में दरोगा की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर बिलारी पुलिस ने 32 नामजद सहित 20 अज्ञात पर जानलेवा हमला, सरकारी कार्य में बाधा डालने समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है।

थाना बिलारी के सीमांत गांव नौसना से शिवशुपाल सिंह, कुंवरपाल सिंह उर्फ भगतजी आदि के नेतृत्व में गांव के बड़ी संख्या में लोग कांवड़ लेने गए थे। गुरुवार को कांवड़ियों का जत्था हरिद्वार से जल लेकर लौटा था। सभी को नौसना के शिव मंदिर में जलाभिषेक करना था। गुरुवार को ही रात करीब आठ बजे कांवड़ियों का जत्था डीजे के साथ मंदिर की ओर जा रहा था। दरोगा रवि प्रकाश व शांतनु जावला भी सुरक्षा के मद्देनजर कांवड़ जत्थे के साथ चल रहे थे। बताया कि जब कांवड़ जत्था बस्ती से उनके धर्मस्थल के सामने से गुजर रहा था तो दूसरे समुदाय के लोगों ने डीजे बजाने का विरोध शुरू कर दिया। दूसरे समुदाय के लोग यह कहते हुए विरोध करने लगे कि यह नई परंपरा कायम की जा रही है।

पुलिस ने उन सबको समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन वह लोग नहीं माने और विवाद बढ़ गया। जिसके बाद कांवड़ यात्री अपनी कांवड़ लेकर वहीं बैठ गए। बताया जा रहा है कि उसी दौरान अचानक दूसरे समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया, जिससे वहां अफरातफरी मच गई। दरोगा रवि प्रकाश ने तुरंत कोतवाली को सूचना दी। थोड़ी देर में ही बिलारी एसएचओ रवींद्र प्रताप सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पथराव में घायल हुए पांच कांवड़ियों और पुलिसकर्मियों को पास के अस्पताल में भेजकर मरहम पट्टी कराई। पुलिस ने रात में ही छापेमारी कर चार लोगों को हिरासत में लिया है। सूचना पर देर रात एसडीएम विनय कुमार सिंह और सीओ राजेश कुमार तिवारी भी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने किसी तरह कांवड़ियों को समझाबुझा कर उन्हें आगे शिवमंदिर की ओर रवाना किया। जिसके बाद शुक्रवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच जलाभिषेक हुआ। गांव में तनाव को देखते हुए वहां भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। 

एसपी देहात संदीप कुमार मीणा ने बताया कि कांवड़िये और पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल थे, उनका उपचार करा दिया गया है। इस मामले में एसआई रवि प्रकाश की ओर से 32 नामजद और बीस अज्ञात आरोपियों के खिलाफ जानलेवा हमला, हिंसा करना, सरकारी कार्य में बाधा डालने समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। 

डीएम और एसएसपी भी पहुंचे

बिलारी। गांव नौसना में कांवड़ियों पर पथराव और हंगामे की सूचना पर डीएम अनुज कुमार सिंह और एसएसपी सतपाल अंतिल भी बिलारी थाने पर पहुंच गए। दोनों अधिकारियों ने पूरी स्थिति का जायजा लिया। साथ ही हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ कर घटना के बारे में जानकारी ली। दोनों अधिकारियों ने अधीनस्थों को निर्देश दिया कि इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार हैं। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। 
 

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