मेडिकल कॉलेजों के स्टाफ ने लीक किया पेपर
एमबीबीएस पेपर लीक प्रकरण में मेरठ, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर मेडिकल कॉलेज भी संदेह के घेरे में आ गए हैं। जांच कर रही एसटीएफ को पुख्ता सुबूत मिले हैं कि इन तीनों कॉलेजों के स्टाफ के कई लोग पेपर लीक करने...
एमबीबीएस पेपर लीक प्रकरण में मेरठ, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर मेडिकल कॉलेज भी संदेह के घेरे में आ गए हैं। जांच कर रही एसटीएफ को पुख्ता सुबूत मिले हैं कि इन तीनों कॉलेजों के स्टाफ के कई लोग पेपर लीक करने में शामिल रहे हैं। इसमें एक-दो लोग बड़े पदों पर आसीन बताए जा रहे हैं। पेपर लीक करने वालों तक एसटीएफ पहुंच गई है, सिर्फ कड़ियां जोड़नी बाकी हैं। अगले दो दिन के भीतर इस केस का भी खुलासा हो सकता है।
11 मार्च की रात एमबीबीएस का पर्चा व्हाट्सएप पर वायरल हो गया था, जिसके बाद आगामी सारी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थीं। हालांकि अब कड़ी सुरक्षा के बीच दोबारा से परीक्षाएं कराई जा रही हैं। इस केस की जांच मेरठ एसटीएफ यूनिट कर रही है। शनिवार को पकड़े गए एमबीबीएस की कॉपियां बदलने वाले गैंग के लीडर कविराज ने खुलासा किया था कि परीक्षा से एक घंटे पहले उसके व्हाट्सएप पर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष संजीव दुर्जन ने पेपर भेजा था। संजीव दुर्जन के पास विवि कैंपस के कथित छात्र नेता तीरथ ने पेपर भेजा था। तीरथ को यह पेपर एक मेडिकल संस्थान से मिला था।
अब एसटीएफ की जांच में मेरठ, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर मेडिकल कॉलेज भी आ गए हैं। एसटीएफ को पुख्ता जानकारी मिली है कि पेपर लीक प्रकरण से इन तीनों कॉलेजों का स्टाफ भी जुड़ा हुआ है। सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान केस में बेहद अहम जानकारियां मिली हैं। इन संस्थानों के कई बड़े लोग भी इस केस की जांच का हिस्सा हैं। एसटीएफ इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र यादव ने बताया कि सोमवार को मेरठ मेडिकल कॉलेज पहुंचकर जांच-पड़ताल की जाएगी। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जाएंगी। दो-तीन दिन के भीतर केस का खुलासा हो सकता है।