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2 घंटे नहीं आई एंबुलेंस, घायल मां को गोद में अस्पताल लेकर पहुंचा बेटा

बदहाल स्वास्थ्य सेवा का सच शनिवार को सामने आ ही गया। स्वास्थ्य अधिकारियों पर लगातार लापरवाही के आरोप लगते हैं, लेकिन शनिवार को सामने आए एक मामले ने सब कुछ स्पष्ट कर दिया। शनिवार को हादसे में घायल मां...

2 घंटे नहीं आई एंबुलेंस, घायल मां को गोद में अस्पताल लेकर पहुंचा बेटा
लाइव हिन्दुस्तान टीम,हरदोईSat, 18 Aug 2018 08:43 PM
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बदहाल स्वास्थ्य सेवा का सच शनिवार को सामने आ ही गया। स्वास्थ्य अधिकारियों पर लगातार लापरवाही के आरोप लगते हैं, लेकिन शनिवार को सामने आए एक मामले ने सब कुछ स्पष्ट कर दिया। शनिवार को हादसे में घायल मां के इलाज के लिए बेटे को न तो एंबुलेंस मिली और न ही स्ट्रेचर। मजबूरन वह गोद में लेकर मां को अस्पताल में भर्ती कराने पहुंच गया।

उत्तर प्रदेश के हरदोई केे कोतवाली बेनीगंज के महीनकुंड गांव की निवासी मधु दीक्षित दो दिन पहले अपने घर में फिसलकर गिर गईं थीं। उनके सिर में गंभीर चोटें आईं थीं। मधु के पुत्र मोनू दीक्षित ने बताया कि मां को कैंसर भी है। चोट लगने पर स्थानीय स्तर पर इलाज कराया, लेकिन फायदा नहीं हुआ तो उसे दिखाने के लिए जिला अस्पताल पहुंचा। मोनू ने बताया शनिवार को लगातार 2 घंटे तक एंबुलेंस के लिए फोन किया। हर बार जवाब मिला कि बस कुछ ही देर में पहुंच रही है। जब एंबुलेंस नहीं पहंची तो वह प्राइवेट एंबुलेंस से अपनी मां को बेनीगंज से जिला अस्पताल के गेट तक लेकर पहुंचा। गेट पर बने रोगी सहायता केंद्र में सन्नाटा था। कोई बताने वाला तक नहीं था कि स्ट्रेचर मिलेगा कि नहीं। काफी खोजबीन के बाद जब कोई रास्ता नहीं मिली तो वह खुद मां को गोद में लेकर इमरजेंसी वार्ड पहुंच गया।

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क्या बोले जिम्मेदार
अस्पताल में स्ट्रेचर पर्याप्त हैं, इमरजेंसी वार्ड के बाहर भी लिखा है साथ ही वहां रजिस्टर उपलब्ध हैं। अभी तक किसी ने स्ट्रेचर न मिलने की शिकायत नहीं की है। एंबुलेंस न मिलने का मामला लखनऊ स्तर से संबंधित है। फिर मामले की पड़ताल की जा रही है। डॉ. एसके गौतम, कार्यवाहक सीएमएस 

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