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शिवपाल का छलका दर्द: डेढ़ साल से जिम्मेदारी का इंतजार, कब तक उपेक्षा बर्दाश्त करूं

समाजवादी पार्टी और परिवार में एक बार फिर हलचल बढ़ने लगी है। मुलायम सिंह यादव के बाद अब शिवपाल यादव का दर्द जुबां पर आने लगा है। शिवपाल ने रविवार को कन्नौज में कहा कि उन्हें जिम्मेदारी वाले पद का...

शिवपाल का छलका दर्द: डेढ़ साल से जिम्मेदारी का इंतजार, कब तक उपेक्षा बर्दाश्त करूं
लखनऊ, विशेष संवाददाता।  Sun, 26 Aug 2018 08:04 PM
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समाजवादी पार्टी और परिवार में एक बार फिर हलचल बढ़ने लगी है। मुलायम सिंह यादव के बाद अब शिवपाल यादव का दर्द जुबां पर आने लगा है। शिवपाल ने रविवार को कन्नौज में कहा कि उन्हें जिम्मेदारी वाले पद का इंतजार करते-करते डेढ़ साल हो गया है। अब वे कहां तक उपेक्षा बर्दाश्त करें। 

शिवपाल ने मुलायम के बयान पर कहा कि हम तो सम्मान करते हैं नेताजी का, जो नहीं कर रहे उन्हें करना चाहिए। वे लोग आज जो कुछ भी हैं, वे नेताजी की वजह से हैं।  हम चाहते हैं कि पार्टी में जिम्मेदारी मिले और एक होकर चुनाव लड़ें तो सफलता मिल सकती है। मुलायम ने शनिवार को लखनऊ में कहा था कि उनका कोई सम्मान नहीं कर रहा, शायद मरने के  बाद सम्मान हो। वैसे सपा में शिवपाल लंबे समय से हाशिए पर हैं। 

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सक्रिय है शिवपाल खेमा 
बताया जा रहा है कि शिवपाल यादव और उनके समर्थकों की गतिविधियां अचानक तेज हो गई हैं। शिवपाल यादव के नाम से उनके समर्थक पहले ही एक संगठन चला रहे हैं। लोहिया ट्रस्ट में मुलायम सिंह यादव व शिवपाल दोनों अब नियमित रूप से आकर बैठने लगे हैं। हालांकि शिवपाल अब भी कह रहे हैं कि वह पार्टी के साथ हैं और मुलायम के साथ ही रहेंगे। 

सूत्र बता रहे हैं कि लोकसभा चुनाव आते-आते वे जनता दल यू के जरिए एनडीए के नजदीक जा सकते हैं। दो साल पहले भी जब बिहार में जद यू व राजद की सरकार थी तब महागठबंधन बनाने व उसमें सपा को शामिल करने की बात थी। उसमें शिवपाल की अहम भूमिका थी। चूंकि अब जद यू भाजपा के साथ है, ऐसे में अब शिवपाल जद यू के जरिए एनडीए का हिस्सा बन सकते हैं। शिवपाल के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी अच्छे रिश्ते हैं। दोनों की कई बार मुलाकातें भी हो चुकी हैं। खास बात यह शिवपाल के नजदीकी अमर सिंह भी भाजपा के करीब जाने की कोशिश में हैं। चर्चा है कि शिवपाल सपा से अलग राह लेते हुए एक अलग मोर्चा बना सकते हैं। 

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