ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशशिवपाल यादव की सुरक्षा Z से Y करने पर प्रसपा की पहली प्र‍तिक्रिया, बीजेपी पर किया बड़ा हमला

शिवपाल यादव की सुरक्षा Z से Y करने पर प्रसपा की पहली प्र‍तिक्रिया, बीजेपी पर किया बड़ा हमला

Shivpal Singh yadav security cut: शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा में कटौती पर पहली प्रतिक्रिया में प्रसपा ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैनपुरी में सपा पक्ष की जीत सुनिश्चित है।

शिवपाल यादव की सुरक्षा Z से Y करने पर प्रसपा की पहली प्र‍तिक्रिया, बीजेपी पर किया बड़ा हमला
Ajay Singhलाइव हिन्‍दुस्‍तान ,लखनऊMon, 28 Nov 2022 03:13 PM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

Shivpal Singh yadav security cut: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्‍यक्ष शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा जेड श्रेणी से घटाकर वाई श्रेणी की कर दी गई है। इस पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) ने बीजेपी पर बड़ा हमला किया है। प्रसपा के प्रवक्‍ता दीपक मिश्र ने कहा कि सरकार यदि सोचती है कि सुरक्षा में कटौती कर या डरा-धमका कर शिवपाल सिंह यादव के रुख में कोई परिवर्तन ला देगी तो यह उसकी भूल है। एक निजी चैनल से बातचीत में उन्‍होंने कहा कि सुरक्षा घटाए जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता। 

गौरतलब है कि शिवपाल हाल ही में एक बार फिर सपा के साथ आ गए हैं। वह 5 दिसम्‍बर 2022 को होने वाले मैनपुरी उपचुनाव में अपनी बहू (भतीजे अखिलेश यादव की पत्‍नी) और सपा प्रत्‍याशी डिंपल यादव के पक्ष में घर-घर प्रचार कर रहे हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा में कटौती को राजनीतिक गलियारों में चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। दीपक मिश्रा ने यहां तक कहा कि सरकार को शायद यह याद नहीं कि शिवपाल बसपा के राज के समय उत्‍पीड़न झेल चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुरक्षा में कटौती के बारे में सरकार की ओर से बताया गया है कि 25 नवम्‍बर 2022 को राज्‍य स्‍तरीय सुरक्षा समिति की बैठक में समीक्षा हुई। पाया गया कि शिवपाल सिंह यादव को अब जेड श्रेणी की सुरक्षा की जरूरत नहीं है इसलिए उनकी सुरक्षा को अब वाई श्रेणी में बदल दिया गया है। यानि शिवपाल सिंह यादव के साथ चलने वाली फ्लीट और सुरक्षा कर्मियों की संख्‍या में एक श्रेणी की कटौती कर दी गई है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 10 साल में ऐसा पहली बार है जब शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा घटाई गई है। बता दें कि 2017 में यूपी में योगी आदित्‍यनाथ की अगुवाई में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बाद शिवपाल को लखनऊ में एक बड़ा बंगला अलॉट किया गया था। तबसे शिवपाल और बीजेपी सरकार की नजदीकियों को लेकर अटकलें लगाई जाती रही हैं। शिवपाल और अखिलेश के रिश्‍ते लगातार खराब रहे हैं लेकिन पिछले 10 अक्‍टूबर को सपा संस्‍थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद शिवपाल एक बार फिर अखिलेश के करीब आए हैं। मैनपुरी उपचुनाव में वह अपनी बहू डिंपल यादव के समर्थन में जोर शोर से लगे हैं। हालांकि बीजेपी उम्‍मीदवार रघुराज सिंह शाक्‍य द्वारा खुद को उनका शिष्‍य बताए जाने के बाद मैनपुरी में बीजेपी और शिवपाल के बीच आरोप-प्रत्‍यारोप का सिलसिला भी चल रहा है। शिवपाल जहां रघुराज पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए उन्‍हें अपना शिष्‍य मानने से इनकार कर चुके हैं। वहीं पिछले दिनों बीजेपी के एमपी रामशंकर कठेरिया ने यह सनसनीखेज दावा किया कि शिवपाल रघुराज की हार नहीं चाहते हैं।

उधर, शिवपाल दावा कर रहे हैं कि बीजेपी के कई नेता अंदर ही अंदर डिंपल यादव का प्रचार कर रहे हैं। इस बीच शिवपाल की सुरक्षा घटाए जाने पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने कहा है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्‍होंने कहा कि शिवपाल पूरी ताकत से मैनपुरी में डिंपल यादव की जीत के लिए जुटे हैं। उनके आने के बाद समाजवादी पक्ष बीजेपी को बुरी तरह हरा रहा है। हो सकता है कि सुरक्षा में कटौती उसी खीझ का नतीजा हो। उन्‍होंने कहा कि बीजेपी ने अपनी हार तय मान ली है। अन्‍यथा कोई वजह नहीं थी कि चुनाव के बीच में किसी नेता की सुरक्षा में कटौती कर ली जाए। उन्‍होंने कहा कि यह दबाव में लेने की सिद्धांतहीन राजनीति है। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें