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यूपी में कड़ाके की ठंड जारी, अब फसलों की सेहत बिगड़ने का संकट

पिछले एक पखवाड़े से जारी कड़ाके की ठंड से अब फसलों की सेहत बिगड़ने की आशंक़ा सताने लगी है। रात के तापमान में जारी भारी गिरावट में अगर शीघ्र सुधार नहीं हुआ और ठंड इसी प्रकार से जारी रही तो इसका असर...

यूपी में कड़ाके की ठंड जारी, अब फसलों की सेहत बिगड़ने का संकट
प्रमुख संवाददाता, लखनऊMon, 01 Feb 2021 07:03 AM
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पिछले एक पखवाड़े से जारी कड़ाके की ठंड से अब फसलों की सेहत बिगड़ने की आशंक़ा सताने लगी है। रात के तापमान में जारी भारी गिरावट में अगर शीघ्र सुधार नहीं हुआ और ठंड इसी प्रकार से जारी रही तो इसका असर रबी के उत्पादन पर भी पड़ सकता है।

मौसम विभाग ने कुछ दिन और भीषण ठंड जारी रहने व पाला पड़ने की आशंका जताई है। ऐसे में गेहूं को छोड़कर बाकी फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। हालांकि कृषि विशेषज्ञों की मानें तो फिलहाल ठंड से कोई खास नुकसान नहीं पहुंचा है, लेकिन कुछ दिन और कड़ाके की ये ठंड रह जाती है तो इसका असर जरूर फसलों पर पड़ेगा। कुछ दिन पहले अचानक से तापमान में वृद्धि होने लगी थी और दिन का पारा 27 डिग्री तक पहुंच गया था, जिससे कीट-पतंगों के प्रकोप की आशंका बढ़ गई थी।

कृषि विशेषज्ञ डॉ. विष्णु प्रताप सिंह कहते हैं कि ठंड अधिक होने के कारण दलहन विशेषकर चना-मटर को फली छेदक कीट से सुरक्षा मिली है। वहीं राई-सरसों पर भी माहूं कीट का कोई प्रकोप नहीं हो सका है। उनका यह भी मानना है कि न्यूनतम तापमान के पांच डिग्री सेल्सियस से लगातार नीचे रहने से फसलों को भारी क्षति पहुंचती है। पारा पांच डिग्री से नीचे जाने के बाद कोशिकाएं फटने लगती हैं और पौधा मर भी जाता है। ऐसे में उत्पादन प्रभावित होता है। 

उद्यान निदेशक डॉ. आर के तोमर कहते हैं कि आलू की फसल को कुछ दिनों पूर्व हुई बूंदा-बांदी से क्षति की आशंका बढ़ गई थी लेकिन अभी सब ठीक है। लेकिन यदि पाला पड़ता है तो आलू को नुकसान पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि धूप निकलने से तापमान बढ़ रहा है, यह फसलों के लिए अच्छे संकेत हैं।

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