Sanjeev jeeva Murder: हथियारों का सप्लायर भी है शूटर विजय, बिहार से मुंबई तक नेटवर्क; रिमांड के लिए आज अर्जी देगी पुलिस
कोर्ट परिसर में गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की दुस्साहसिक तरीके से हत्या करने का आरोपी विजय यादव उर्फ आनन्द हथियारों का सौदागर भी था। उसका नेटवर्क बिहार से मुंबई तक फैला हुआ था।
Sanjeev jeeva Murder Case: कोर्ट परिसर में गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की दुस्साहसिक तरीके से हत्या करने का आरोपी विजय यादव उर्फ आनन्द हथियारों का सौदागर भी था। बिहार के मुंगेर में बने असलहों को वह सीवान में गुड्डू नाम के युवक से खरीदता था। फिर गुड्डू के कहने पर वह मुम्बई और मध्य प्रदेश में इन हथियारों को पहुंचाता था। दो माह पहले सीवान में गुड्डू की गिरफ्तारी पर वह जौनपुर अपने घर गया, फिर काठमांडू भाग गया था। काठमांडू में ही उसे असलम (पहले इसका नाम अशरफ कहा था) मिला, जिसने उसे जीवा की सुपारी दी थी। वहीं आज पुलिस विजय यादव उर्फ आनन्द को रिमाण्ड पर लेने के लिए पुलिस कोर्ट में शनिवार को अर्जी देगी। उससे कई सवालों के जवाब पुलिस को लेने हैं।
यूपी में भी बेचे हथियार गुरुवार रात केजीएमयू से जेल भेजे जाने से कुछ देर पहले पुलिस अफसरों ने विजय से करीब एक घंटे पूछताछ की थी। इस दौरान विजय ने हथियारों की सप्लाई कबूली। बताया कि उसने कुछ हथियार यूपी में भी दिए हैं। इन लोगों के बारे में असलम जानता है। अफसरों ने पूछा कि कभी पकड़े नहीं गये...। तो जवाब दिया कि नहीं। विजय ने कबूला कि वह म़ुम्बई और मध्य प्रदेश के कई जिलों में गया है। मध्य प्रदेश के चार-पांच बदमाशों का नाम भी उसने लिया, जिन्हें असलहे बेचे थे। उसने कबूला कि किस तरह के असलहे उसने बेचे। उसने मुंगेर के अपराधियों का नाम लिया, जो बिहार पुलिस से संपर्क करने पर सही मिले तो भरोसा करना ही पड़ा।
असलम ने काठमांडू में ही दी थी जीवा की सुपारी
दो माह पहले विजय सीवान में रेलवे स्टेशन के पास था। तभी गुड्डू असलहे देने आया...। वह ऑटो से उतर कर पास आ ही रहा था, तभी पुलिस ने पकड़ लिया था। पुलिस अफसरों ने बताया कि विजय का अब तक बड़े माफिया से सम्बन्ध नहीं मिला है। कॉल डिटेल भी खंगाली गई है। असलम से गुड्डू ने मिलवाया था।
जौनपुर में भी जांच तेज
जेल प्रशासन के मुताबिक वहां अतीफ उर्फ आतिफ है। तथ्य जुटा रहे हैं। जौनपुर में भी पुलिस जांच कर रही है।
कहीं अतीक से तो नहीं जुड़ा
विजय ने बयान में पहले बताए अशरफ का नाम अब असलम बताया। तस्दीक हो रही कि अतीक से संबंध तो नहीं रहे।
शूटर विजय की रिमाण्ड अर्जी आज देगी पुलिस
संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की कोर्ट परिसर में हत्या के आरोपित विजय यादव उर्फ आनन्द को रिमाण्ड पर लेने के लिए पुलिस कोर्ट में शनिवार को अर्जी देगी। उससे कई सवालों के जवाब पुलिस को लेने हैं। हत्या की सुपारी देने वाला कौन है...? असलहा कैसे और कहां पर दिया गया..? कोर्ट के अंदर किस तरह से प्रवेश कराया गया...? पुलिस ऐसे कई सवालों के जवाब रिमाण्ड अवधि में पता करने का प्रयास करेगी।
जेसीपी कानून व्यवस्था उपेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि गुरुवार रात को ही आरोपित को जिला जेल भेज दिया गया था। वकीलों की पिटाई से घायल हो गया था, इसलिए उसे जेल अस्पताल में रखा गया है। वहां उस पर अलग से नजर रखी जा रही है।
वहीं, जेसीपी ने शुक्रवार को प्रेस ब्रीफिंग में साफ किया कि जीवा के छह गोलियां ही आर-पार हुई थीं। दोनों पंजों पर जो आर-आर के निशान पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दिखाए गए हैं, वे इन छह गोलियों में से उन दो गोलियों के हैं जो जीवा के शरीर को भेद हाथ को चीरती हुई निकली हैं।
पुलिस को उलझाया
विजय ने पूछताछ के दौरान पुलिस अफसरों को काफी उलझाया। उसने काठमांडू में सुपारी लेने की बात कही थी। पहले वह जिसे अशरफ बता रहा था, उसका नाम देर रात उसने असलम बताया। वहीं उसने कुछ और रास्तों से कोर्ट तक आने की बात कही।
सीसी फुटेज खंगाला
पुलिस की एक टीम ने गुरुवार को कैसरबाग बस अड्डे से कोर्ट परिसर के बीच कई सीसी कैमरों के फुटेज खंगाले। इसमें कुछ नहीं पता चला था। शुक्रवार को पुलिस ने कुछ और रास्तों के सीसी फुटेज खंगाले। हालांकि इसमें अभी कुछ ऐसा नहीं मिला जिससे पुलिस की जांच आगे बढ़ सके।