CM योगी पर विवादित टिप्पणी करने वाले SP विधायक शहजिल इस्लाम ने RSS प्रचारक इंद्रेश कुमार से की मुलाकात; अटकलें तेज
UP की सियासत में SP विधायक शहजिल इस्लाम एक बार फिर चर्चा में हैं। वजह उनकी और RSS के राष्ट्रीय प्रचारक इंद्रेश कुमार के बीच हुई मुलाकात है। तस्वीर वायरल होने के बाद तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यानाथ को लेकर विवादित टिप्पणी करने वाले भोजीपुरा से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक शहजिल इस्लाम फिर चर्चा में हैं। उनकी और उनके पिता पूर्व विधायक इस्लाम साबिर की आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचारक इंद्रेश कुमार के साथ हुई मुलाकात को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। शहजिल इस्लाम और इस्लाम साबिर का इंद्रेश कुमार को स्मृति चिह्न देते फोटो वायरल हुआ है। यह फोटो महज 10-12 दिन पुराना बताया जा रहा है।
अप्रैल में शहर में आयोजित एक समारोह में सपा विधायक शहजिल इस्लाम ने मुख्यमंत्री को लेकर टिप्पणी की थी-विधानसभा में उनकी बोली पर हमारी गोली चलेगी। इस अमर्यादित टिप्पणी के बाद शहजिल ऐसे घिरे कि बारादरी थाने में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया। अप्रैल में ही बीडीए ने परसाखेड़ा में उनके पेट्रोल पंप को अवैध बताते हुए तोड़ दिया। इसके बाद से शहजिल इस्लाम सीएम पर की गई टिप्पणी पर लगातार सफाई दे रहे हैं।
यहां तक कि विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात कर अपनी सफाई भी दे चुके हैं। अब हाल ही में शहजिल इस्लाम और इस्लाम साबिर ने आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचारक इंद्रेश कुमार से मुलाकात कर सियासी गलियारों में नई बहस शुरू करा दी। आरएसएस के पदाधिकारी सोशल मीडिया पर फोटो को पोस्ट कर रहे हैं। फोटो में कुरान की आयतें लिखा हुआ स्मृति चिह्न इस्लाम साबिर और शहजिल इस्लाम इंद्रेश कुमार को भेंट कर रहे हैं।
ये दुनिया वाले पूछेंगे मुलाकात हुई क्या बात हुई
सपा के भोजीपुरा से विधायक शहजिल इस्लाम और भाजपा के बीच बढ़ती नजदीकी बहुत कुछ बयां कर रही है। अपनों को इंतजार और गैरों से मिलने की बेकरारी के मायने सियासी गलियारों में अपने-अपने तरीके से निकाले जा रहे हैं। दरअसल, सियासी पिच पर शहजिल ने यह दांव उस समय से चलना शुरू किया है, जब से उनके पेट्रोल पंप पर बुलडोजर चला है। बताया जाता है कि बुलडोजर चलने के समय सभी सपाई खामोश हो गए थे। हालांकि इसके बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर 26 अप्रैल को 12 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल जांच करने बरेली आया था।
प्रतिनिधि मंडल शहजिल से मुलाकात करने उनके घर गया था लेकिन वे शहर में नहीं होने की बात कहकर उनसे नहीं मिले, जबकि उसी दिन वे एक इफ्तार पार्टी में शामिल होने गए थे। इसके बाद 22 मई को सपा विधानमंडल दल की बैठक में शामिल होने लखनऊ जाने की बजाय आजम खान से मुलाकात करने रामपुर चले गए। मई में ही सीएम योगी से मुलाकात कर शहजिल ने उनके खिलाफ की गई टिप्पणी पर माफी भी मांगी थी।
अंसारी समाज में परिवार का बड़ा प्रभाव
शहजिल इस्लाम चार बार के विधायक हैं। अलग-अलग पार्टी और निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल करते रहे हैं। शहजिल इस्लाम और इनके पिता पूर्व विधायक इस्लाम साबिर की अंसारी समाज में अच्छी पैठ है। शहजिल और इस्लाम साबिर बरेली की सभी नौ विधानसभा सीटों में अंसारी मतदाताओं को प्रभावित कर सकते हैं। शहजिल के दादा भी कई बार विधायक रह थे।
राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग के भी लगे थे आरोप
इसके बाद बरेली-रामपुर एमएलसी चुनाव में भी वे पार्टी उम्मीदवार को वोट देने नहीं गए। राष्ट्रपति चुनाव में शहजिल इस्लाम पर एनडीए उम्मीदवार को वोट देने के आरोप लगे थे। हालांकि उन्होंने क्रास वोटिंग की बात को गलत बताया था। शहजिल सपा के कई कार्यक्रमों से भी दूरी बना चुके हैं।
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