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सोनभद्र व संभल के मुद्दे पर सपा का प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ नारेबाजी

उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया। सपा ने तीखे तेवर दिखाते हुए विधानसभा परिसर में जमकर नारेबाजी व धरना प्रदर्शन किया। सपा सदस्यों ने सोनभद्र व संभल के की घटनाओं को सरकार की नाकामी...

सोनभद्र व संभल के मुद्दे पर सपा का प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ नारेबाजी
विशेष संवाददाता,लखनऊThu, 18 Jul 2019 06:51 PM
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उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया। सपा ने तीखे तेवर दिखाते हुए विधानसभा परिसर में जमकर नारेबाजी व धरना प्रदर्शन किया। सपा सदस्यों ने सोनभद्र व संभल के की घटनाओं को सरकार की नाकामी बताया। इसके अलावा पार्टी के नेता आजम खां पर मुकदमे दर्ज होने का भी पुरजोर विरोध जताया गया।

शुक्रवार की सुबह साढ़े नौ बजे सपा के विधानसभा व विधान परिषद सदस्यों ने विधानसभा में बाहर लगी चौधरी चरण  सिंह की प्रतिमा के पास बैठ कर धरना दिया। यह स्थल विधानभवन परिसर में है। कानून- व्यवस्था के अलावा इन सदस्यों ने कहा कि उनकी अपनी पार्टी के नेता आजम खां पर प्रशासन ने फर्जी मुकदमे दर्ज करा दिए हैं। इसे वापस लिया जाए। इस विरोध प्रदर्शन में पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी , विधान परिषद में नेता विपक्ष अहमद हसन समेत व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम  खासतौर पर शामिल हुए।

लाल टोपी पहने इन सदस्यों ने भाजपा सरकार को कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर जमकर घेरा। उन्होंने सरकार विरोधी नारेबाजी की और कहा कि सोनभद्र की हत्याएं और संभल में पुलिस कर्मियों पर हमला भाजपा सरकार के भारी भरकम वायदों की पोल खोलने के लिए काफी है। यह लोग हाथ में पोस्टर बैनर लिए थे। इसमें  'भाजपा सरकार मस्त है, कानून-व्यवस्था ध्वस्त है।' 'सपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न बंद करो। ' 'आजम खां के ऊपर फर्जी मुकदमे वापस लो' जैसे नारे लिखे हुए थे।     

प्रदेश सरकार हर मुद्दे पर फेल : राम गोविंद चौधरी 
सपा नेता व विधान सभा में विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने पत्रकारों से कहा कि यूपी की कानून व्यवस्था देश में सबसे बदतर हो गई है। प्रदेश सरकार हर मुद्दे पर फेल है। सोनभद्र व संभल की घटना सरकार की नाकामी बयां कर रही हैं। सोनभद्र में जमीन का मामला थाना दिवस, तहसील दिवस में जा चुका था। उसमें डीएम भी रहे। फिर भी कार्रवाई नहीं हुई। सत्ताधारियों के दबाव में लगातार कानून की धज्जियां उड़ाई जाती रहीं थीं। इसी चलते यह जघन्य घटन हो गई। वहीं संभल में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं यह अब साफ हो गया है। 

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