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यूपी में कहर बनकर टूट रहा कोरोना, आज रिकॉर्ड 5900 नए मामले आए सामने

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण कहर बनकर टूट रहा है। राज्य में प्रतिदिन रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं। बुधवार की बात करें तो यूपी में कोरोना के कुल 5898 नए मामले सामने आए हैं। यह एक दिन...

यूपी में कहर बनकर टूट रहा कोरोना, आज रिकॉर्ड 5900 नए मामले आए सामने
हिन्दुस्तान,लखनऊWed, 26 Aug 2020 04:13 PM
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उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण कहर बनकर टूट रहा है। राज्य में प्रतिदिन रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं। बुधवार की बात करें तो यूपी में कोरोना के कुल 5898 नए मामले सामने आए हैं। यह एक दिन में नए रोगियों की सर्वाधिक संख्या है।

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि पिछले 24 घंटों में कोरोना के 5898 नए मालमे सामने आए हैं। राज्य में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या अब 51 हजार 317 हो गई है। वहीं अभी तक इलाज के बाद पूरी तरह ठीक होकर 1 लाख 48 हजार 562 लोग घर लौट चुके हैं।

अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मंगलवार को प्रदेश में 1 लाख 44 हजार 802 सैंपल्स की जांच की गई है। यह एक दिन में किसी भी राज्य द्वारा किया गया सबसे अधिक टेस्ट है। उन्होंने कहा कि अब हम कुल टेस्ट की संख्या में 50 हजार के करीब पहुंच रहे हैं। राज्य में अभी तक 49 लाख 41 हजार 679 नमूनों की जांच की जा चुकी है।

प्रसाद ने यह भी बताया कि अब तक प्रदेश में 1 करोड़ 93 लाख 20 हजार 725 घरों का सर्विलांस किया गया है। इनमें 9 करोड़ 71 लाख 70 हजार 306 लोग रहते हैं। सर्विलांस का काम अभी भी जारी है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार इस काम को कर रही हैं। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सर्विलांस काफी कारगर रहा है। यहीं वजह है कि यूपी सरकार इसे जारी रखी हुई है।

उन्होंने बताया कि राज्य में क्वारंटाइन के नियमों में कुछ परिवर्तन किया गया है। प्रसाद ने कहा कि विदेश से आने वाले लोगों को 7 दिन के इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन और फिर 7 दिन के होम क्वारंटाइन में रहना होता था। भारत सरकार ने गाइडलाइन में कुछ परिवर्तन किया है, प्रदेश में भी उसके अनुरूप कुछ परिस्थितियों  में इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में छूट दी जाएगी।

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को, अगर किसी के घर में मृत्यु हुई है और वो विदेश लौटा है तो उसे इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में छूट दी जा सकती है। गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति और 10 साल से छोटे बच्चों के अभिभावक को भी जिला प्रशासन द्वारा छूट दी जा सकती है।

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में कंटेनमेंट जोन की संख्या अब 15 हजार 409 हो गई है। इनमें 14 लाख 22 हजार 800 मकान चिन्हित हैं। लगभग 82 लाख 23 हजार 509 लोग इन कंटेनमेंट जोन में रह रहे हैं। इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में फिलहाल 25 हजार 768 लोग रह रहे हैं।

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