भारत सरकार के नियम बहुत कठोर, केंद्र की अनुमति के बाद ही विदेशों से धन संग्रह : चंपत राय
विहिप के केंद्रीय महामंत्री एवं रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने मंगलवार को यहां कहा कि मंदिर निर्माण के लिए विदेशों से धन संग्रह करने में केंद्र सरकार के नियम बहुत ही कठोर...
विहिप के केंद्रीय महामंत्री एवं रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने मंगलवार को यहां कहा कि मंदिर निर्माण के लिए विदेशों से धन संग्रह करने में केंद्र सरकार के नियम बहुत ही कठोर हैं। देश में निधि समर्पण अभियान पूरा होने और भारत सरकार की अनुमति प्राप्त करने के बाद दुनिया के अन्य देशों में रह रहे हिन्दुओं से राम मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण का आह्वान किया जाएगा।
निधि समर्पण अभियान का जायजा लेने आज यहां आए विहिप के केंद्रीय महामंत्री श्री राय ने पत्रकारों से कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान 42 दिन का निश्चित है। मकर संक्रांति से शुरू हुआ यह अभियान 27 फरवरी तक चलेगा चल रहा है। गरीब से गरीब आदमी भी मंदिर के लिए स्वेच्छा से निधि समर्पित कर रहा है। उन्होने उम्मीद जताई कि यह अभियान देश के पांच लाख गांवों और आधे घरों तक पहुंचेगा। जिस उत्साह से लोग निधि समर्पित कर रहे हैं, उससे लक्ष्य पूर्ण होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि भव्य राम मंदिर 36 से 39 महीनों में बनकर तैयार हो जाएगा। 400 फुट चौड़ा और 250 फुट लंबाई में मंदिर की नींव खुदाई का काम चल रहा है। मंदिर निर्माण में लोहे के बजाए तांबे का उपयोग किया जा रहा है। मंदिर निर्माण में प्राकृतिक आपदाओं का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। जिससे प्राकृतिक आपदा या नदी के अपनी धारा बदलने का असर मंदिर पर भविष्य में भी न पड़े। इसके निर्माण में देश की कई आईआईटी के विशेषज्ञों के सुझाव और सलाह पर काम किया जा रहा है। मंदिर की चहारदीवारी छह एकड़ क्षेत्र में होगी। उनके साथ विहिप के प्रदेश मंत्री रामगोपाल त्रिपाठी और जिले में निधि समर्पण अभियान के प्रभारी विवेक सिंह मौजूद रहे।