रामचरितमानस विवाद: स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का सपा प्रवक्ता ने किया समर्थन, बोले-हटा दी जाएं ऐसी चौपाइयां
सपा नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान को लेकर जहां एक ओर उनकी ही पार्टी के विधायकों ने नाराजगी जताई है।
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सपा नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान को लेकर जहां एक ओर उनकी ही पार्टी के विधायकों ने नाराजगी जताई है। वहीं दूसरी ओर सपा प्रवक्ता सुनील साजन ने स्वामी के विवादित बयान का समर्थन किया। सपा प्रवक्ता ने कहा, तुलसीदास की उन चौपाइयों को हटाने की मांग की, जिनको लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने विवादित बयान दिया था। हालांकि इससे पहले सपा के शुद्र हूं वाले पोस्टर को लेकर सपा प्रवक्ता बयानबाजी कर चुके हैं। सुनील साजन ने कहा था जब धर्मग्रंथों में लिखा है कि चार प्रमुख वर्ग है, पहला क्षत्रिय, दूसरा ब्राह्मण, तीसरा वैश्य और चौथा शुद्र, तो इसमें शूद्र होने पर गर्व करने में कौन सी दिक्कत है। बतादें कि इससे पहले पूर्व विधायक ब्रजेश प्रजापति भी मौर्य के बयान का समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने कहा था, रामचरितमानस में कुछ आपत्तिजनक पंक्तियां हैं, उन्हें सरकार हटा दे या फिर रामचरितमानस को ही बैन कर दिया जाए।
अखिलेश यादव ने दिया था ये बयान
रविवार की देर शाम करहल पहुंचे सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि वह सदन में सीएम योगी से पूछेंगे कि वे शूद्र हैं या नहीं। कहा कि वे या सपा श्रीराम और श्रीरामचरित मानस के खिलाफ नहीं है। लेकिन, मानस में जो लिखा है उसे नकारा नहीं जा सकता है। यह सवाल हमारा और आपका नहीं है। स्वामी प्रसाद मौर्या द्वारा की गई रामचरित मानस पर टिप्पणी के सवाल को टाल गए। मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण अवार्ड को लेकर कहा कि जब लेटर मिल जाएगा तब इस पर बोलेंगे। स्वामी प्रसाद पर मुकदमा दर्ज कराने के सवाल पर कहा कि यह भाजपा है और इसमें कोई भी किसी पर मुकदमा दर्ज करा सकता है।