वह दिन दूर नहीं जब आप लखनऊ से अयोध्या दर्शन के लिए कम समय में पहुंच सकेंगे। लखनऊ से अयोध्या की दूरी 135 किलोमीटर है। यह सफर दो घंटे में पूरा हो सकेगा। उत्तर रेलवे इस रेलखंड का दोहरीकरण यानी डबल लाइन तैयार करेगा। एक लाइन से ट्रेनें जाएंगी तो दूसरी से आएंगी। इससे बीच रास्ते ट्रेनों को रोककर क्रासिंग नहीं देना पड़ेगा।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल के निरीक्षण के बाद लखनऊ अयोध्या रेल खंड को बेहतर बनाने की तैयारी तेज हो गई है। वहीं इस रेल खंड पर 100 से 120 की रफ्तार में ट्रेन का सफल परीक्षण भी हो गया। पहले चरण में दोहरीकरण होगा तो दूसरे चरण में विद्युतिकरण होगा। प्रस्ताव बनाकर रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। जिसमें राम मंदिर तैयार होने के पहले दिसंबर 2023 तक काम पूरा कराने का लक्ष्य रखा गया है।
एक दिन में 25 हजार यात्री कर सकेंगे सफर
लखनऊ अयोध्या रेल खंड का काम पूरा होने के बाद रोजाना 25 हजार यात्री सफर कर सकेंगे। इसी लिहाज से ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इसके लिए अयोध्या रेलवे स्टेशन को विस्तार करने के लिए दो चरणों में काम पूरा करने का लक्ष्य है।
अयोध्या के सांसद डीआरएम से मिले
अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह ने सोमवार को अयोध्या रेलवे स्टेशन के विकास के संबंध में उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी से मुलाकात की। विकास कार्यों, रेल सुविधाओं के विस्तार से जुड़े कार्यों को समय से पूरा कराने पर बल दिया। डीआरएम ने प्रस्तावों एवं सुझावों को संज्ञान में लेते हुए दूर करने का आश्वासन दिया।