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काशी विश्वनाथ कॉरिडोर क्षेत्र में अब नहीं रहेगी निजी सम्पत्ति, मंदिर न्यास और गोयनका ट्रस्ट के बीच हुआ करार

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर क्षेत्र में एक भी निजी सम्पत्ति नहीं रहेगी। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद लालिताघाट स्थित गोयनका लाइब्रेरी का भी अधिग्रहण होगा। उधर, मणिकर्णिका घाट पर स्थित लकड़ी के टाल को भी...

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर क्षेत्र में अब नहीं रहेगी निजी सम्पत्ति, मंदिर न्यास और गोयनका ट्रस्ट के बीच हुआ करार
हिन्दुस्तान ब्यूरो ,वाराणसी Mon, 23 Nov 2020 12:07 PM
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काशी विश्वनाथ कॉरिडोर क्षेत्र में एक भी निजी सम्पत्ति नहीं रहेगी। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद लालिताघाट स्थित गोयनका लाइब्रेरी का भी अधिग्रहण होगा। उधर, मणिकर्णिका घाट पर स्थित लकड़ी के टाल को भी शिफ्ट किया जाएगा। गोयनका लाइब्रेरी के अधिग्रहण को लेकर गोयनका ट्रस्ट व मंदिर न्यास के बीच करार हो गया है। जल्द ही इसे खरीदा जाएगा। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि कॉरिडोर क्षेत्र में कोई भी निजी सम्पत्ति नहीं होनी चाहिए। कॉरिडोर क्षेत्र के 300 भवनों के अधिग्रहण के दौरान गोयनका लाइब्रेरी को भी खरीदना था। करीब छह करोड़ रुपये का मूल्यांकन भी हुआ था, लेकिन कॉरिडोर की डिजाइन में लाइब्रेरी को शामिल नहीं किया गया था। लिहाजा, मामला ठंडा पड़ गया। डीएम कौशलराज शर्मा ने बताया कि सीएम के निर्देश मिलने के बाद खरीदने के लिए मंदिर न्यास की सहमति हो गयी है। मूल्यांकन कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री के 30 नवम्बर के दौरे से पहले इसे खरीद लिया जाएगा। उधर, मणिकर्णिका घाट पर सुंदरीकरण कार्य के लिए लकड़ी के टाल को हटाने की भी तैयारी है। इसे घाट दूसरे सिरे पर शिफ्ट कराया जाएगा। 

कोर्ट में एक और निजी भवन का चल रहा है मामला
मणिकर्णिका घाट के ऊपर एक निजी भवन का मामला कोर्ट में चलने से अधिग्रहण अटका है। प्रशासनिक अफसरों की मानें उक्त भवन का आधा हिस्सा नजूल की जमीन है। इसकी पैमाइश भी हो चुकी है। अब कोर्ट के फैसले का प्रशासन को इंतजार है।

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