अयोध्या में पर्यटकों को भक्ति के साथ रोमांचित करने की तैयारी, आभासी दुनिया की सैर और क्या-क्या?
अयोध्या में पर्यटकों को भक्ति के साथ रोमांचित करने की तैयारी है। जनवरी माह में भव्य गर्भगृह में रामलला विराजमान हो जाएंगे। इसके बाद श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आवागमन का सिलसिला जारी हो जाएगा।

अयोध्या में जनवरी माह में भव्य गर्भगृह में रामलला विराजमान हो जाएंगे। इसके बाद देश-विदेश से श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आवागमन का सिलसिला जारी हो जाएगा। संख्या का आकलन अपने-अपने हिसाब से श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और जानकार लगा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम की कोशिश है कि जो भी पर्यटक या श्रद्धालु नगर में प्रवेश करे उसे भक्ति के साथ मनोरंजन और रोमांचित करने वाले भी कुछ दृश्य दिखाई दें। जिससे वे कुछ घंटे और दिन अतरिक्त नगर में रुक सकें। इस लिए रेत संग्रहालय, दृष्टिभ्रम और मोशन चेयर की योजनाओं का खाका खींचा जा रहा है।
रेत संग्रहालय में दिखेंगी भगवान राम के जीवन चरित्र की आकृतियां
कर्नाटक में बने सैंड म्यूजियम (रेत मूर्तिकला संग्रहालय) की तर्ज पर यहां भी परिक्रमा मार्ग पर एक संग्रहालय बनाने की योजना है जिसमे भगवान राम के जीवन चरित्र पर बहुत सारी आकृतियां उकेरी जाएगीं जो लगभग साल या डेढ़ साल तक बनी रहेगी। फिर उन्हें हटाकर दूसरी आकृतियों को बनाया जाएगा। यहां पर भगवान के साथ कुछ सोशल सेलिब्रिटी की मूर्तियां भी बनाई जाएंगी।
रोमांचित करने वाला होगा दृष्टिभ्रम संग्रहालय
कनॉट प्लेस नई दिल्ली में बने दृष्टि भ्रम संग्रहालय की तर्ज पर राम की पैड़ी के पास संग्रहालय बनाने योजना है। अंदर प्रवेश करने पर शीशे की भूल-भुलैया होगी। इसके भीतर ढेर सारे होलोग्राम रहेंगे। जो मूल रूप से ऐसी छवियां दिखाएंगे जो सथ्री डी भ्रम पैदा करेंगे और अक्सर बदलते रहेंगे। गायब भी हो जाएंगे। इसमें फोटो भ्रम भी देखने को मिल सकता है। कमरे में प्रवेश करने के बाद किधर से निकलना है और किधर जाना है यह समझ पाना मुश्किल होगा।
मोशन चेयर देख कर दंग रह जाएंगे लोग
मोशन चेयर पर बैठकर आभासी दुनिया की सैर की जा सकेगी। जिसे महानगरों के बड़े-बड़े मॉल या अन्य जगहों पर देखा जा सकता है। आने वाले समय मे नगर की राम की पैड़ी के पास यह दिखेगा। इसमें हेड फोन लगा कर और आंखों पर चश्मा पहनकर नई-नई चीजों को जीवंत रूप में देखा जा सकेगा। खासतौर पर यह बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। अपर नगर आयुक्त अंकुर गुप्ता कहते हैं कि सभी योजनाएं जल्द से जल्द धरातल पर दिखेगा। जिससे पर्यटक मंदिरों में दर्शन करने के साथ मनोरंजन भी कर सके।
