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श्रीराम मंदिर नींव की खुदाई की तैयारियां तेज, एनआईटी व सीबीआरआई के विशेषज्ञ दे रहे फाइनल टच

रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर की नींव की खुदाई मकर संक्रांति से विधिवत शुरू हो जाएगी। इसके पहले सुपर स्ट्रक्चर निर्माण स्थल पर मलबे की लेवलिंग को फिर से हटाने का काम शुरू हो गया है। जेसीबी...

श्रीराम मंदिर नींव की खुदाई की तैयारियां तेज, एनआईटी व सीबीआरआई के विशेषज्ञ दे रहे फाइनल टच
हिन्दुस्तान संवाद ,अयोध्या Mon, 11 Jan 2021 07:25 PM
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रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर की नींव की खुदाई मकर संक्रांति से विधिवत शुरू हो जाएगी। इसके पहले सुपर स्ट्रक्चर निर्माण स्थल पर मलबे की लेवलिंग को फिर से हटाने का काम शुरू हो गया है। जेसीबी के जरिए हटाए जा रहे मलबे को कुबेर टीला के पीछे डम्प किया जा रहा है। खास बात यह है कि इस मलबे के नीचे बैरीकेडिंग के लोहे के राड व रेलिंग भी दबी पाई गयी है। ऐसे में अब पूरे सतह की सफाई कर एंगिल व लोहे को निकाला जा रहा है।

 बताते चलें कि पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से भूमि पूजन की तैयारी में अस्थाई मंदिर  के मलबे को  समतल बना दिया गया था। करीब 50-60 फिट मलबा पहले से ही पटा पड़ा है। यही कारण है कि जमीन की मूल सतह की मिट्टी परीक्षण के लिए एक सौ फिट गहराई में खुदाई करनी पड़ी। इसी के चलते ऊपर की सतह से पूरे मलबे को फिर से हटाने का काम शुरू हो गया। नींव के लिए सुपर स्ट्रक्चर निर्माण स्थल पर करीब 20 मीटर खुदाई कराई जाएगी। इसके बाद राफ्टिंग स्टोन की सतह बिछाकर नींव खड़ी की जाएगी।

मंदिर निर्माण सबकी सहमति से होगा:चंपत राय
रामजन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने 'हिन्दुस्तान' को बताया कि नींव का कार्य भी मकर संक्रांति या एकाध दिन बाद अवश्य शुरू हो जाएगा।  एलएण्डटी व टाटा के विशेषज्ञ एनआईटी सूरत के निदेशक एचएस गांधी व सीबीआरआई रुड़की के निदेशक गोपाल कृष्णनन के साथ नींव की डिजाइन को फाइनल टच देने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि राम मंदिर हिन्दुस्तान की अस्मिता और राष्ट्र के गौरव का मंदिर है जिसका वजूद सहस्त्राब्दियों तक रहने वाला है। ऐसे मंदिर के लिए देश के प्रसद्धि वैज्ञानिक एवं वास्तुकार बहुत ही गंभीरता से विचार कर रहे हैं। इसमें कितना समय लगेगा, इसका निर्णय फिलहाल हम नहीं कर सकते। फिर भी कह सकते हैं कि मंदिर निर्माण पूरी गति और सबकी सहमति से होगा।   
 

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