काशी-अयोध्या और प्रयाग में डिजिटल होटल की तैयारी, मोबाइल से चेक इन और आउट, एप से खुलेंगे कमरे के दरवाजे
जब सबकुछ डिजिटिल हो रहा है तो डिजिटल होटल भी अब खुलने जा रहा है। इन होटलों में सबकुछ डिजिटल होगा। चेक इन, चेक आउट मोबाइल से ही होगा। इसके साथ कमरों का दरवाजा भी एप के माध्यम से ही डिजिटली खुलेगा।

जब सबकुछ डिजिटिल हो रहा है तो डिजिटल होटल भी अब खुलने जा रहा है। इन होटलों में सबकुछ डिजिटल होगा। चेक इन, चेक आउट से लेकर कमरों का दरवाजा भी एप के माध्यम से ही डिजिटल खुलेगा। पहचान पत्र का सत्यापन भी डिजिटली होगा। आतिथ्य क्षेत्र से जुड़ी कंपनी विश लेजर संगम नगरी प्रयागराज, वाराणसी, चित्रकूट, अयोध्या और वृंदावन में डिजिटल होटल व रिजॉर्ट खोलने की तैयारी में है।
विश लेज़र लग्जरी बुटीक होटल एंड रिजॉर्ट्स के संस्थापक अभिषेक शर्मा ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, “हम देश का पहला डिजिटल होटल खोल रहे हैं जहां अतिथि को रिसेप्शन पर जाकर चेक इन व चेक आउट नहीं करना पड़ेगा, बल्कि वह होटल के ऐप से कभी भी चेक इन व चेट आउट कर पाएंगे।''
उन्होंने कहा, '' इसकी ऐप से होटल के कमरे का दरवाजा खुलेगा और बंद होगा। इसके अलावा, कमरे के शुल्क का भुगतान, पहचान पत्र का सत्यापन भी ऐप से होगा। कुल मिलाकर होटल की बुकिंग से लेकर चेक आउट तक सभी कुछ डिजिटल होगा।''
शर्मा ने बताया कि उनकी कंपनी प्रयागराज में और वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम में 40-40 कमरों के पांच-पांच बुटीक होटल खोलने जा रही है। इन दोनों नगरों में दो-दो होटल की बुकिंग फरवरी 2024 से शुरू हो जाएगी। दोनों नगरों में होटल के निर्माण के लिए 50-50 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।
उन्होंने कहा, '' कंपनी अयोध्या में 50 करोड़ रुपये के निवेश से 40-40 कमरों के चार बुटीक होटल और 40 कमरों का एक रिजॉर्ट खोलने की तैयारी में भी है। अयोध्या के होटल फरवरी-मार्च तक तैयार हो जाएंगे। इसके अलावा, प्रयागराज और वाराणसी के बीच एक रिजॉर्ट खोलने की भी हमारी योजना है।''
शर्मा ने कहा, '' कंपनी चित्रकूट में तुलसी धाम के पास 40 कमरों का एक रिजॉर्ट खोलने की तैयारी में है, जहां कमरे पूरी तरह से मिट्टी से बने होंगे और यह रिजॉर्ट पूरी तरह से 'विलेज थीम' पर आधारित होगा। इस रिजॉर्ट में कच्चे चूल्हे पर जैविक सब्जियों तथा अन्न से बने व्यंजन अतिथियों को परोसे जाएंगे।''
