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प्रयागराज हिंसाः जावेद पंप की सीडीआर खोल रही राज, पुलिस के रडार पर कई सफेदपोश

प्रयागराज हिंसा में पुलिस के रडार पर कई सफेदपोश आ गए हैं। इनमें राजनेता, पूर्व विधायक के साथ ही कई सामाजिक कार्यकर्ता हैं। हिंसा से एक दिन पहले जिन लोगों से जावेद की बात हुई, सभी को बुलाया जा रहा है।

प्रयागराज हिंसाः जावेद पंप की सीडीआर खोल रही राज, पुलिस के रडार पर कई सफेदपोश
Yogesh Yadavहिन्दुस्तान,प्रयागराजFri, 01 Jul 2022 11:49 AM

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प्रयागराज में हुई हिंसा के मुख्य आरोपी बनाए गए जावेद मोहम्मद पंप की मोबाइल फोन की कॉल डिटेल (सीडीआर) अब जांच के मुख्य केंद्र में है। पुलिस के रडार पर अब कई सफेदपोश आ रहे हैं। जावेद पंद ने अपने बयान में भी कई राजनेताओं, पूर्व विधायक और वामपंथी नेताओं के अलावा कई सामाजिक कार्यकर्ताओं का नाम लिया था। यह भी पता चला कि 10 जून को जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन की तैयारी काफी समय पहले से चल रही थी। इसके लिए एक बैठक भी बुलाई गई थी। बैठक में कई संगठनों से जुड़े लोग शामिल हुए थे।

हालांकि पुलिस को जावेद के बयान पर पूरी तरह से एतबार भी नहीं है। पुलिस को लगता है कि वह अपने विरोधियों के नाम भी बयान में दर्ज करा रहा है। ऐसे में कॉल डिटेल से ही संदिग्धों को बयान के लिए बुलाया जा रहा है। सभी को नोटिस भेजा जा रहा है। जावेद के बयान के आधार पर ही पूर्व विधायक समेत अन्य से पूछताछ की जानी है। हालांकि इस मामले में पुलिस का कोई अफसर कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

एसएसपी अजय कुमार का कहना है कि जावेद ने नौ और 10 जून को जितने लोगों को कॉल किया, व्हाट्सएप चैट की, सभी का बयान दर्ज किया जाएगा। वहीं इस मामले में खुल्दाबाद और क्राइम ब्रांच फरार आरोपियों की तलाश में छापामारी कर रही हैं।

वहीं, हिंसा में शामिल दो आरोपियों की जमानत अर्जी सेशन न्यायालय ने खारिज कर दी है। यह आदेश अपर सत्र न्यायाधीश मृदुल कुमार मिश्र ने सहायक शासकीय अधिवक्ता फौजदारी अखिलेश सिंह बिसेन एवं आरोपित जुबैर अली व फाजिर अली की जमानत अर्जी पर उनके अधिवक्ताओं के विस्तृत तर्कों को सुनने एवं पुलिस द्वारा प्रस्तुत किए गए कागजात का अवलोकन करने के बाद दिया।

अदालत ने कहा कि मामला राहगीरों और पुलिस बल पर पथराव करने, गोलियों और बमों से हमला करने का है। अतिरिक्त बल का प्रयोग कर नियंत्रित किया गया है। तमाम लोग घायल हुए हैं एवं संपत्ति को आग लगाकर नष्ट किया गया है। ऐसी स्थिति में जमानत प्रार्थना पत्र स्वीकार करने का पर्याप्त आधार नहीं है।

आज ड्रोन और पैरामिलिट्री फोर्स की निगरानी
प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद बवाल और अब उदयपुर कांड के बाद चल रहे विरोध-प्रदर्शन को लेकर प्रयागराज में सतर्कता बरती जा रही है। इसे देखते हुए पुलिस सतर्क है। सभी धर्मिक स्थलों के बाहर पुलिस की ड्यूटी लगा दी गई है। वहीं, जुमे के लिए ड्रोन और पैरामिलिट्री के जवानों की निगरानी कराने की तैयारी हुई है।

अटाला समेत ग्रामीण इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एसएसपी अजय कुमार ने लोगों से अपील की है कि सोशल साइट पर जहर उगलने वाले मैसेज और ट्वीट से दूर रहें। अगर जानबूझ कर किसी ने अफवाह उड़ाने की कोशिश की या माहौल खराब करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी। अटाला हिंसा के बाद से सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले शहर से ज्यादा ग्रामीण इलाकों में आ रहे हैं। ऐसे में अब तक पुलिस एक दर्जन मुकदमा दर्ज कर चुकी है।

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