Prayagraj News: पोस्टमार्टम रिपोर्ट से बदली थ्योरी, हत्या नहीं पति ने पत्नी को प्रेमी के साथ देखकर किया था सुसाइड
प्रयागराज के करछना क्षेत्र में अपनी पत्नी को किसी के साथ देखकर पति ने फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना, आसपास के लोगों को मिली तो उन्होंने प्रेमी को पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्रयागराज के करछना में दो लोगों की हत्या की खबर से सोमवार को सनसनी फैल गई। संतोष की हत्या में उसकी पत्नी और रामबाबू के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया। पुलिस अफसरों ने बयान भी जारी कर दिया कि हत्या में शामिल महिला को पकड़ लिया गया है। लेकिन शाम को पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कहानी बदल गई। पता चला कि संतोष की हत्या नहीं हुई है। उसकी मौत फांसी लगाने से हुई है।
बता दें कि रविवार की रात करछना के धरी गांव में संतोष कुमार ने अपनी पत्नी को उसके प्रेमी के साथ देखा तो फांसी लगाकर जान दे दी। लेकिन खबर फैल गई कि प्रेमी ने उसकी हत्या कर दी है। भीड़ ने संतोष की पत्नी के प्रेमी रामबाबू भारतीया को हत्यारोपी बताकर दबोच लिया। परिजनों के साथ मिलकर भीड़ ने उसको पीट-पीटकर मार डाला।
सोमवार को दिनभर दोहरे हत्याकांड की चर्चा होती रही लेकिन शाम को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट से फांसी लगाकर आत्महत्या करने की पुष्टि हुई। इस मामले में संतोष की पत्नी और रामबाबू के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद अब पुलिस आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में कार्रवाई करेगी। दूसरी ओर रामबाबू के बेटे ने अपने पिता की मौत पर संतोष की पत्नी के खिलाफ हत्या और साजिश का मुकदमा दर्ज कराया है।
करछना के धरी गांव निवासी संतोष कुमार (37) की पत्नी का पड़ोसी पचदेवरा गांव निवासी रामबाबू भारतीया (50) से नजदीकी रिश्ते बन गए थे। रामबाबू की संतोष से भी दोस्ती थी। दोनों साथ में शराब पीते थे। इसी चक्कर में उसका संतोष के घर आना जाना शुरू हो गया था। रविवार रात में भी रामबाबू धरी गांव में संतोष के घर पहुंच गया। संतोष की बिटिया अपने चाचा के घर पर थी। इस दौरान कुछ विवाद हुआ और संतोष ने खंभे में फांसी लगाकर जान दे दी। इस घटना से उसके परिवार में कोहराम मच गया।
बदनाम था रामबाबू
रामबाबू की आम छवि ठीक नहीं थी। उसकी पहली पत्नी की मौत हो चुकी है। दूसरी शादी कर चुका था। इसके बाद अब उसकी तीसरी महिला पर बुरी नजर थी। उसकी हरकतों की आसपास के गांववालों को जानकारी हो चुकी थी। रविवार आधी रात को जब पता चला कि रामबाबू ने संतोष के घर में घुसा था तो लोगों को गुस्सा बढ़ता गया।
बताया जा रहा है कि रविवार रात करीब डेढ़ बजे संतोष की हत्या की खबर गांव में फैल गई। उसका शव चारपाई पर पड़ा था। गांववालों को जब खबर मिली कि रामबाबू ने हत्या की और खून लगे कपड़े बदलकर भागा है तो लोगों का गुस्सा बढ़ गया। इस दौरान रामबाबू मॉब लिंचिंग का शिकार हो गया। उसे भागता देख बस्ती के लोगों ने उसे दौड़ा लिया। वह गांव से 300 मीटर दूर नाले के समीप पहुंचा ही था कि लोगों ने उसे दबोच लिया। भीड़ रामबाबू को पीटते हुए ला रही थी। उसे तब तक पीटा जब तक कि वह अचेत नहीं हो गया। आखिर में उसे मरा हुआ समझकर छोड़ दिया। मरणासन्न हालत में रामबाबू को एसआरएन भेजा गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस हत्या के बाद रामबाबू की पहली पत्नी का बेटा आशीष सोमवार को पुलिस के सामने आया। उसने अपने पिता की हत्या करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उसने आरोप लगाया कि गेंदा देवी ने ही मिलकर उसके पिता की हत्या कराई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी रामबाबू के सिर में चोट लगने से मौत की वजह सामने आई है। अब पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है। पुलिस अफसरों का कहना है कि रामबाबू की हत्या करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने दर्ज किया हत्या का मुकदमा
देर रात पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली। रामबाबू की सांसें चल रही थीं। उसे स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल भेजा गया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। सोमवार को एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित भी जांच करने पहुंच गए। सबसे पहले संतोष की पत्नी से पूछताछ की तो उसने आत्महत्या की कहानी बयां कर दी लेकिन उसकी कहानी पर किसी को विश्वास नहीं हुआ। आखिर में संतोष के भाई बृजेश ने अपनी भाभी और रामबाबू के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज करा दी। पुलिस ने एफआईआर के आधार पर मृतक की पत्नी को हिरासत में ले लिया।
पिता की मौत, मां पुलिस की हिरासत में, बच्ची बयां कर रही कहानी
संतोष नैनी में एक निजी कंपनी में काम करता था। उसकी पत्नी की बहन से ही उसके छोटे भाई बृजेश की शादी हुई है। बताया जा रहा है कि उसके बच्चे मां की जगह मौसी के पास रहते थे। इस सनसनी घटना के बाद संतोष के बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था। पिता की मौत हो चुकी है। मां को पुलिस ने हिरासत में रखा है। इस घटना के बाद संतोष की बेटी अंशू ने मीडिया को बताया कि मेरे पापा पानी पीने गए थे। ड्राइवर ने मुंह दबा दिया। वह मर गए। मम्मी सो रही थी। मैंने मम्मी को बताया था। बच्ची रो-रोकर कहानी बयां कर रही थी।