ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशबरेली: प्रयाग फैक्ट्री की गाड़ी काशीपुर में दुर्घटनाग्रस्त, हेल्पर की मौत पर फैक्ट्री में हंगामा

बरेली: प्रयाग फैक्ट्री की गाड़ी काशीपुर में दुर्घटनाग्रस्त, हेल्पर की मौत पर फैक्ट्री में हंगामा

फरीदपुर के प्राइमर मिल्क फूड प्राइवेट लिमिटेड (प्रयाग) फैक्ट्री से दूध लेकर जा रही गाड़ी उत्तराखंड के काशीपुर में पेड़ से टकरा गई। दूध की गाड़ी में बैठे फरीदपुर के अंधरपुरा शंकरपुर के हेल्पर की...

बरेली: प्रयाग फैक्ट्री की गाड़ी काशीपुर में दुर्घटनाग्रस्त, हेल्पर की मौत पर फैक्ट्री में हंगामा
हिन्दुस्तान टीम, बरेली। Wed, 23 Oct 2019 12:03 PM
ऐप पर पढ़ें

फरीदपुर के प्राइमर मिल्क फूड प्राइवेट लिमिटेड (प्रयाग) फैक्ट्री से दूध लेकर जा रही गाड़ी उत्तराखंड के काशीपुर में पेड़ से टकरा गई। दूध की गाड़ी में बैठे फरीदपुर के अंधरपुरा शंकरपुर के हेल्पर की मौके पर मौत हो गई। फैक्ट्री के ट्रांसपोर्टर ने ड्राइवर को छुड़वाकर हादसे की सूचना परिजनों को नहीं दी। काशीपुर पुलिस की सूचना पर पहुंचे परिजन पोस्टमार्टम के बाद बेटे का शव लेकर अपने घर लौटे। उन्होंने फैक्ट्री प्रबंधन के साथ ट्रांसपोर्टर के खिलाफ नारेबाजी कर प्रयाग फैक्ट्री के गेट पर हेल्पर का शव रखकर प्रदर्शन किया। कई घंटे समझाने के बाद भी परिवार के लोगों ने हेल्पर का शव नहीं हटाया।

फरीदपुर के अधंरपुरा शंकरपुर गांव में हाईवे से सटी प्राइमर मिल्क फूड्स प्राइवेट लिमिटेड( प्रयाग) के नाम से दूध फैक्ट्री है। फैक्ट्री से दूध उत्तराखंड को टैंकरों से सप्लाई किया जाता है। फैक्ट्री में लगे एक टैंकर पर फरीदपुर के गांव अंधरपुरा शंकरपुर के अतेंद्र (28) पुत्र चंद सेन हेल्पर का काम करते थे। परिजनों ने बताया कि मंगलवार की शाम अतेंद्र दूध से भरा टैंकर लेकर उत्तराखंड के काशीपुर जा रहे थे। काशीपुर में हाईवे पर दूध से भरा टैंकर सड़क किनारे पेड़ से टकरा गया। हेल्पर की मौके पर मौत हो गई। जबकि ड्राइवर को खरोंच भी नहीं आई। काशीपुर पुलिस ने ट्रांसपोर्टर को सूचना दी। ट्रांसपोर्टर ने अपने ड्राइवर को काशीपुर पहुंचकर छुड़वा लिया। काशीपुर पुलिस ने हेल्पर का शव पोस्टमार्टम को भेज कर परिजनों को सूचना दी। इसके बाद परिवार के लोग रोते बिलखते हुए काशीपुर पहुंचे।

पोस्टमार्टम के बाद काशीपुर पुलिस ने परिजनों को शव सौंप दिया। हेल्पर के परिवार के लोग शव लेकर फरीदपुर पहुंचे। उन्होंने फैक्ट्री प्रबंधन और उसके ट्रांसपोर्टर को दोषी ठहराते हुए बेटे का अंतिम संस्कार नहीं करने का फैसला लिया। इसके बाद गांव के सैकड़ों लोग शव लेकर फैक्ट्री गेट पर पहुंच गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही फरीदपुर के कोतवाल धनंजय सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने। पुलिस ने ट्रांसपोर्टर और फैक्ट्री प्रबंधन को बुलाकर वार्ता शुरू की। दोपहर तक शव फैक्ट्री गेट पर रखकर फैक्ट्री प्रबंधन और ट्रांसपोर्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने पर अड़े थे। पुलिस उन्हें समझाने की कोशिश कर रही थी। हेल्पर के परिजनों का आरोप है कि हादसे में ड्राइवर को खरोच भी नहीं आई। जबकि उनके बेटे की मौत हो गई। रात भर हादसे की सूचना ट्रांसपोर्टर और फैक्ट्री प्रबंधन नहीं दी उन्होंने बेटे की हत्या किए जाने का आरोप लगाया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें