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यूपी में गांवों तक डाक विभाग पहुंचाएगा कोरोना वैक्‍सीन, जानिए कैसेे

यूपी के ग्रामीण इलाकों के सरकारी अस्पतालों तक कोरोना वैक्सीन पहुंचाने के लिए सरकार डाक विभाग की मदद लेगी। सरकार का मानना है कि ग्रामीण इलाकों में लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने में डाक विभाग का नेटवर्क...

यूपी में गांवों तक डाक विभाग पहुंचाएगा कोरोना वैक्‍सीन, जानिए कैसेे
धर्मेन्‍द्र मिश्र मनीष मिश्र,गोरखपुर Sun, 03 Jan 2021 10:00 AM
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यूपी के ग्रामीण इलाकों के सरकारी अस्पतालों तक कोरोना वैक्सीन पहुंचाने के लिए सरकार डाक विभाग की मदद लेगी। सरकार का मानना है कि ग्रामीण इलाकों में लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने में डाक विभाग का नेटवर्क काफी मददगार साबित होगा। इसके लिए गांव में स्थित सरकारी अस्पताल से डाकघर की दूरी का नक्शा शासन ने मंगाया है। डाक विभाग ने नक्शे के साथ ही वैक्सीन का कोल्ड-चेन मेंटेन करने और उसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने का ब्लूप्रिंट भी सरकार को भेज दिया है।

गोरखपुर रीजन के 13 जिलों में है 3357 डाकघर
गोरखपुर रीजन के पोस्ट मास्टर जनरल (पीएमजी) आकाशदीप चक्रवर्ती ने बताया कि 13 जिलों में डाकघर की 3357 शाखाएं हैं। इनमें हर शाखा की मैपिंग की गई है। उस शाखा से नजदीकी सरकारी अस्पताल की दूरी और शाखा से जुड़े गांवों की संख्या की जानकारी शासन को भेज दी गई है।

विभाग करेगा कोल्ड-चेन मेंटेन
पीएमजी ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के ट्रांसपोर्टेशन में कई बिंदुओं का खास ख्याल रखना है। सबसे बड़ी समस्या कोल्ड-चेन मेंटेन करने की है। इसके लिए वैक्सीन को थर्माकोल के बॉक्स में रखा जाएगा। इस बॉक्स की खासियत यह है कि इसमें तापमान नियंत्रित रहता है। जरूरत पड़ने में पर ड्राई आइस (बर्फ के टुकड़ों) का प्रयोग किया जाएगा।

गाड़ियों की रहेगी व्यवस्था

पीएमजी ने बताया कि वैक्सीन ट्रांसपोर्टेशन के लिए विभाग बड़े कदम उठा रहा है। सड़क मार्ग से थर्माकोल के बॉक्स को संबंधित डाकघर फिर वहां से संबंधित अस्पताल पहुंचाया जाएगा। इसके लिए हर जिले में वैक्सीन की ढुलाई के लिए अलग-अलग गाड़ियां रहेंगी। जिससे कि तय समय में ही वैक्सीन की डिलीवरी अस्पताल पर की जा सके। इसके लिए गोरखपुर में करीब 40 गाड़ियां लगेंगी। अन्य जिलों में डाकघर और आबादी के मुताबिक गाड़ियां तय होंगी।

टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग से पहले से जुड़ा है डाक विभाग
उन्होंने बताया कि टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में डाक विभाग पहले से स्वास्थ्य विभाग की मदद कर रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों से टीबी के मरीजों के बलगम का नमूना (स्पूटम) जांच केंद्रों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी डाक विभाग की ही है। इसे डाकिए बखूबी अंजाम दे रहे हैं। आज तक एक भी शिकायत नहीं मिली। इस अनुभव का फायदा वैक्सीन के ट्रांसपोर्टेशन में भी मिलेगा।

कोरोना वैक्सीन के ट्रांसपोर्टेशन के लिए शासन को डाक विभाग से बेहतर विकल्प नहीं मिलेगा। हम तैयार हैं हर वॉयल को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाने के लिए।
आकाश दीप चक्रवर्ती, पोस्ट मास्टर जनरल, गोरखपुर रीजन

गोरखपुर रीजन के जिले और वहां डाकघर

क्रम संख्या जनपद डाकघर
1 गोरखपुर 420
2 कुशीनगर 219
3 महराजगंज 198
4 बस्ती 292
5 देवरिया 289
6 संतकबीर नगर 187
7 सिद्धार्थनगर 214
8 आजमगढ़ 408
9 बहराइच 292
10 बलरामपुर 184
11 गोंडा 351
12 मऊ 201
13 श्रावस्ती 102

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