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शक्तिवर्धक दवाओं के कॉल सेंटर पर पुलिस का छापा,  ऑनलाइन बेचा करते थे आयुर्वेदिक दवाएं

शक्तिवर्धक दवाओं के नाम पर लोगों की जेब काटी जा रही थी। आयुर्वेदिक दवाएं दस से बीस गुनी कीमत पर ऑनलाइन बेची जा रहीं थीं। आगरा पुलिस ने ऐसे ही एक कॉल सेंटर पर शिकंजा कसा है। संचालक सहित दो लोगों को...

शक्तिवर्धक दवाओं के कॉल सेंटर पर पुलिस का छापा,  ऑनलाइन बेचा करते थे आयुर्वेदिक दवाएं
वरिष्ठ संवाददाता,आगरा Sat, 29 Aug 2020 08:41 AM
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शक्तिवर्धक दवाओं के नाम पर लोगों की जेब काटी जा रही थी। आयुर्वेदिक दवाएं दस से बीस गुनी कीमत पर ऑनलाइन बेची जा रहीं थीं। आगरा पुलिस ने ऐसे ही एक कॉल सेंटर पर शिकंजा कसा है। संचालक सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अपनी तरफ से धोखाधड़ी की धाराओं के तहत कार्रवाई की है।

एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि सिकंदरा में कारगिल चौराहे के पास भावना मल्टीप्लेक्स बिल्डिंग में दूसरी मंजिल पर एक कॉल सेंटर चलता है। जिसका नाम माई ऑपरेटर है। डिसिस केयर वर्ल्ड नाम से इनकी कंपनी है। शक्तिवर्धक दवाओं के नाम पर जाल बिछा रखा है। आगरा से आयुर्वेदिक दवाएं खरीदकर उन्हें दस से बीस गुनी कीमत पर ऑनलाइन ग्राहकों को बेचा जाता है। इसी सूचना पर पुलिस ने कॉल सेंटर पर छापा मारा। मौके से बाईंपुर, सिकंदरा निवासी वीकेश यादव और उसके पार्टनर प्रशांत शर्मा (धनौली) को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने बताया कि वे अकेले यह धंधा नहीं कर रहे हैं। टीवी पर बड़ी-बड़ी कंपनियों के शक्तिवर्धक दवाओं के विज्ञापन आते हैं। वे तो ऑनलाइन लोगों की समस्या के निदान के लिए आयुर्वेदिक दवाएं भेजा करते हैं। ये दवाएं वे अजंता हेल्थ केयर, कैलाश मोड़, मित्तल फार्मासिस्ट्स (लोहामंडी) व जीफार्म कंपनी से खरीदा करते थे। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में छानबीन जारी है। यह साफ नहीं हो सका है कि आरोपित अभी तक कितने रुपये की दवाएं ग्राहकों को बेच चुके हैं।

पकड़ा था नौ लोगों को रह गए दो, आखिर क्यों
पुलिस सूत्रों की मानें तो सिकंदरा पुलिस दो दिन पहले शक्तिवर्धक दवाएं बेचने के नाम पर ठगी करने वाली कंपनी के कार्यालय में छापा मारा था। मौके से वीकेश और प्रशांत के अलावा कॉल सेंटर में काम करने वाले शुभम शर्मा, नवीन, शिवदत्त, संदीप, सनी, तरुण व बृजमोहन को पकड़ा गया था। दो दिन से आरोपित सिकंदरा थाने में बैठे थे। शुक्रवार को एसएसपी ने प्रेसवार्ता की। उसमें इस खुलासे की जानकारी दी। दो आरोपियों को जेल भेज दिया गया। शेष के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। सभी कॉल सेंटर में नौकरी किया करते थे। यह बात तो पहले दिन ही पूछताछ में साफ हो गई थी। दो दिन से पुलिस आखिर किस जांच में जुटी थी। वहीं इंस्पेक्टर सिकंदरा ने बताया कि इस मामले में एक और आरोपित अभी जेल भेजा जाएगा। शेष कर्मचारी आठ से दस हजार रुपये महीने की नौकरी करते थे। उन्हें इस धोखाधड़ी की जानकारी तक नहीं थी।
 

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