बाराबंकी में एनकाउंटर में इनामी लुटेरे गोविंद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसकी निशानदेही पर तमंचा बरामद करने जा रही थी। इसी दौरान अभिरक्षा से भागते हुए बदमाश ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जिस पर पुलिस ने जवाबी फायरिंग की तो एक गोली बदमाश के पैर में लगी और वह घायल हो गिर पड़ा। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर इलाज के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया गया।
लखनऊ अयोध्या राजमार्ग पर ताला मोड़ से दरियाबाद ओवर ब्रिज तक अक्सर ट्रक वालों को रोक कर उनके साथ मारपीट करके गोविंद और उसके साथी लूट की वारदातों को अंजाम देते थे। गोविंद के ऊपर लूट करने के साथी आर्म्स एक्ट के तहत 11 मुकदमे रामसनेहीघाट सहित विभिन्न स्थानों में दर्ज हैं। इसके ऊपर गैंगस्टर भी लग चुका है। पुलिस ने इस गिरोह के कई साथियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था, लेकिन गोविंद पुलिस की पकड़ से दूर था। इसे लेकर पुलिस अधीक्षक द्वारा गोविंद को पकड़ने के लिए 10 हजार का इनाम भी घोषित किया था। काफी प्रयास के बाद अतिरिक्त कोतवाली प्रभारी बृज किशोर सिंह ने गोविंद को मंगलवार की शाम करीब 8 बजे कोटवा सड़क के पास से गिरफ्तार कर लिया था।
पूछताछ के दौरान गोविंद ने बनीकोडर अस्पताल के पीछे ठठरहा जाने वाली सड़क के किनारे जंगल में तमंचा छिपाए जाने की बात कही थी। इसके बाद बुधवार की सुबह पुलिस बल गोविंद के साथ तमंचा बरामद करवाने गया। इसी दौरान वह पुलिस को चकमा देकर भागा। पुलिस ने उसका पीछा किया तो उसने पुलिस टीम पर फायरिंग की। जिस पर पुलिस ने आत्मरक्षा के लिए जवाबी फायरिंग की तो एक गोली गोविन्द के पैर में लग गई, जिससे वह घायल हो गिर पड़ा। पुलिस ने घायल गोविंद को पकड़ कर इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह के निर्देश पर फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल करते हुए मौके से एक तमंचा 315 बोर एक खोखा तथा एक जिंदा कारतूस बरामद किया है।