यूपी: बुलंदशहर हिंसा में चार और गिरफ्तार, सुमित-जीतू के समर्थन में पंचायत
3 दिसंबर को स्याना में हुई हिंसा (Bulandshahr Violence) में शनिवार को पुलिस ने नामजद अंकुर और प्रकाश में आए तीन युवकों समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। वीडियो फुटेज देखने के बाद इन तीनों...
3 दिसंबर को स्याना में हुई हिंसा (Bulandshahr Violence) में शनिवार को पुलिस ने नामजद अंकुर और प्रकाश में आए तीन युवकों समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। वीडियो फुटेज देखने के बाद इन तीनों युवकों के नाम प्रकाश में आए थे। पुलिस इनसे कुछ बरामद नहीं कर सकी है। मुख्य आरोपी योगेश राज अभी भी फरार चल रहा है। अभी तक इन चार समेत 17 लोग हिंसा में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। उधर, सैदपुर में हिंसा में मारे गए सुमित और जेल भेजे जीतू के समर्थन में पंचायत आयोजित हुई। रविवार को अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानंद सरस्वती और सुमित के पिता न्यायिक जांच की मांग को लेकर बुलंदशहर में कालाआम पर अनशन शुरू करेंगे।
3 दिसंबर को महाव में गोकशी के बाद चिंगरावठी पुलिस चौकी पर हुई हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और युवक सुमित की गोली लगने से मौत हो गई थी। एसआई सुभाष चन्द ने 27 नामजद और 50-60 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। मुख्य आरोपी बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज अभी फरार है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी को एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और पुलिस की 15 टीमों ने शुक्रवार की रात और शनिवार को गांव महाव, चिंगरावठी, लौंगा, नयाबांस, हरवानपुर और स्याना सहित करीब 70 से अधिक स्थानों पर दबिश दी।
स्याना कोतवाली प्रभारी किरनपाल सिंह ने बताया कि शनिवार को हिंसा में नामजद अंकुर पुत्र वीरेन्द्र निवासी चिंगरावठी और प्रकाश में आए अंटी उर्फ अमित पुत्र उदयवीर उर्फ उड्डू निवासी चिंगरावठी को बरौली बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया। जबकि प्रकाश में आए चिंगरावठी गांव के ही आशीष पुत्र अशोक कुमार और हेमू गुर्जर पुत्र नवाब सिंह को नयाबांस बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से अभी कुछ बरामदगी नहीं हुई है।
उधर, फरार चल रहे कुछ आरोपियों के पंजाब, हरियाणा राजस्थान और दिल्ली में छिपे होने की आशंका पर एसटीएफ और पुलिस टीम वहां उन्हें तलाश रही हैं। हिंसा मामले में फरार आरोपियों के गांव महाव, चिंगरावठी में हिंसा के 13 दिन बाद भी सन्नाटा पसरा रहा।