काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा में सेंध? वर्दी पहनकर दर्शन करने पहुंचे फर्जी दरोगा को पुलिस ने दबोचा
काशी विश्वनाथ मंदिर में शनिवार सुबह दर्शन पूजन करने पहुंचे वर्दी पहने फर्जी दरोगा को पुलिस ने पकड़ लिया। उसे चौक थाने लाया गया। जिसके बाद डीसीपी काशी ने संदिग्ध से पूछताछ की।
वाराणसी के प्रसिद्ध श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में शनिवार सुबह दर्शन पूजन करने पहुंचे वर्दी पहने फर्जी दरोगा को पुलिस ने पकड़ लिया। उसे चौक थाने लाया गया। जिसके बाद डीसीपी काशी गौरव बांसवाल ने संदिग्ध से पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए संदिग्ध ने अपना नाम अभय सिंह बताया है और वह जालौन का निवासी है।
जानकारी के मुताबिक काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे संदिग्ध की गतिविधियां देखकर सुरक्षा ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों को उसे पर संदेह हुआ। पूछताछ करने पर वह इधर-उधर की बातें करने लगा। जिसके बाद उसे पकड़कर थाने लाया गया। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसकी पोल खुल गई। युवक ने बताया कि वह उसका नाम अभय सिंह है और वह यूपी के जालौन जिले का रहने वाला है। जानकारी के मुताबिक उसे वर्दी पहनने का जूनून था। जिसके चलते वह वर्दी पहनकर कई अन्य मंदिरों में दर्शन करने घुस जाता था। पूछताछ में पता चला कि वह मानसिक रूप से बीमार है। जिसका इलाज चल रहा है।
ट्रैफिक सिपाही को तमाचा मार कर भागे दो आरोपी गिरफ्तार
उधर लखनऊ में ट्रैफिक डायवर्जन ड्यूटी में लगे सिपाही को तमाचा जड़ कर भागे दो आरोपियों को सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार को सिपाही ने मुकदमा दर्ज कराया था।
ट्रैफिक पुलिस लाइन में तैनात जितेंद्र की ड्यूटी गुरुवार को कबीरपुर के पास डायवर्जन के लिए लगी थी। उनके साथ टीएसआई शावक सिंह और सिपाही देशराज यादव भी थे। ड्यूटी के दौरान बाइक सवार दीपू गौतम और अंकित पीछे से आए। जिन्होंने जितेंद्र के तमाचा जड़ दिया। विरोध करने पर गाली गलौज करते हुए भाग निकले। इंस्पेक्टर अंजनी कुमार मिश्र ने बताया कि मुकदमा दर्ज करते हुए सीसी फुटेज की मदद से दीपू गौतम और अंकित को गिरफ्तार किया गया है।