तीसरी बार पीएम बनाने के लिए आज मोदी की आभार यात्रा, काशी से देशभर को देंगे ये तोहफे
पीएम नरेंद्र मोदी आज काशी में आभार यात्रा करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त के साथ 20 हजार करोड़ रुपये जारी करेंगे। पीएम गंगा आरती में शामिल होंगे और विश्वनाथ धाम भी जाएंगे।

लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र में आ रहे हैं। 18वीं लोकसभा के चुनाव में विजय के बाद वह ‘आभार-यात्रा’ पर आएंगे। काशी से वह देश के 9.27 करोड़ किसानों को सम्मान निधि की 17वीं किस्त के रूप में 20 हजार करोड़ रुपये और स्वयंसहायता समूहों की 30 हजार महिलाओं को ‘कृषि सखी’ के प्रमाणपत्र के रूप में ‘उपहार’ देंगे। इसके बाद वह किसानों, भाजपा समर्थकों के सामने उद्गार व्यक्त करेंगे।
किसान सम्मेलन के रूप में यह कार्यक्रम राजातालाब के पास मेहंदीगंज मड़ई में आयोजित होगा। वहां सुरक्षा समेत सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। भाजपा ने बाबतपुर एयरपोर्ट से लेकर सभी कार्यक्रम स्थलों एवं प्रधानमंत्री से जुड़े रुटों पर भव्य स्वागत की तैयारी की है। सड़कों-चौराहों एवं तिराहों की देर शाम तक सजावट होती रही। जगह-जगह स्वागत और अभिनंदन की छोटी-बड़ी होर्डिंगें भी लगाई गई हैं।
प्रधानमंत्री 17 घंटे के काशी प्रवास पर मंगलवार अपराह्न 4.30 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से वह हेलीकाप्टर से महेंदीगंज मड़ई जाएंगे। यहां के कार्यक्रम के बाद नरेन्द्र मोदी दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती में शामिल होंगे। आरती के बाद काशी विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे। वहां बाबा विश्वनाथ का पूजन अर्चन के बाद सड़क मार्ग से बरेका गेस्ट हाउस जाएंगे। वह गेस्ट हाउस में ही रात्रि विश्राम करेंगे। मोदी बुधवार सुबह 9 बजे बिहार के नालंदा रवाना होंगे।
इनकी रहेगी मौजूदगी
कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री पंकज चौधरी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही आदि भी मौजूद रहेंगे।
कृषि सखी: लखपति दीदी की नई शाखा
कृषि सखी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘लखपति दीदी’ की नई शाखा है। स्वयंसहायता समूहों से जुड़ी ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को कृषि सखी कन्वर्जेंस कार्यक्रम (केएससीपी) के तहत पैरा एक्सटेंशन वर्कर के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आत्मनिर्भर महिलाओं के सहयोग से ग्रामीण भारत की तस्वीर बदलना है। पहले चरण में 30 हजार महिलाओं को कृषि सखी का प्रशिक्षण मिल चुका है। उन्हें मंगलवार को प्रधानमंत्री प्रमाणपत्र जारी करेंगे। प्रतीक रूप में बनारस की पांच महिलाएं मंच पर मोदी के हाथों कृषि सखी का प्रमाणपत्र प्राप्त करेंगी।