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पीएम मोदी वाराणसी की कोरोना से बिगड़ी स्थिति पर बोले, हर सम्भव सहायता करे प्रशासन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार से चिंतित दिखे। उन्होंने रविवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए जिला प्रशासन के अफसरों से मरीजों के बेहतर इलाज के लिए...

पीएम मोदी वाराणसी की कोरोना से बिगड़ी स्थिति पर बोले, हर सम्भव सहायता करे प्रशासन
हिन्दुस्तान टीम,वाराणसीSun, 18 Apr 2021 02:21 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार से चिंतित दिखे। उन्होंने रविवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए जिला प्रशासन के अफसरों से मरीजों के बेहतर इलाज के लिए टेस्टिंग, बेड, दवाइयां, वैक्सीन और मानव संसाधन के बारे में जानकारी ली। उन्होंने प्रशासनिक अफसरों को निर्देश दिया कि पूरी संवेदनशीलता से जनता की हर संभव मदद के लिए तत्काल कार्रवाई करें। 

दिल्ली स्थित अपने कार्यालय से प्रधानमंत्री ने वाराणसी में कोविड-19 की स्थिति पर समीक्षा की। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने कोरोना के रोकथाम व इलाज के लिए उठाये जा रहे कदमों की बिंदुवार जानकारी उपलब्ध करायी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 'दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी' का पालन करायें। साथ ही 45 वर्ष के ऊपर सभी लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करें और लक्ष्य को जल्द से जल्द पूरा करें। घंटेभर चली बैठक में प्रधानमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से सुझाव भी लिए। यह भी कहा कि बचाव व सतर्कता के साथ इस समय आपकी जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है। 

देशभर के डॉक्टरों का जताया आभार  

पीएम ने देश के सभी डॉक्टरों, मेडिकल स्टॉफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस संकट की घडी में भी वह अपने कर्त्तव्य का ईमानदारी से पालन कर रहे हैं। कहा कि हमें पिछले साल के अनुभवों से सीखते हुए सतर्क रहकर आगे बढ़ना है। स्वयंसेवी संगठनों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिस प्रकार सरकार के साथ कदम मिलाकर कार्य किया है उसे और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने अधिक से अधिक सतर्कता और सावधानी बरतने का भी अनुरोध किया

आमजन से भी निरंतर फीडबैक ले रहे पीएम

प्रधानमंत्री ने बताया कि एक प्रतिनिधि के रूप में वह आम जनता से भी निरंतर फीडबैक ले रहे हैं। पिछले 5-6 वर्षों में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार और आधुनिकीकरण से कोरोना से लड़ने में सहायता मिली है। बेड, आईसीयू और ऑक्सीजन की उपलब्धता को बढ़ाया जा रहा है। मरीजों की बढ़ती संख्या से दबाव पर कहा कि हर स्तर पर प्रयास बढ़ाने की जरूरत है। कहा कि जिस तरह प्रशासन ने तेजी के साथ ‘काशी कोविड रिस्पोन्स सेन्टर’ स्थापित किया है, वैसी ही तेजी हर कार्य में लायी जानी चाहिए।

टेस्ट रिपोर्ट जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाए

पीएम ने ‘टेस्टिंग, ट्रैकिंग व ट्रीटमेंट पर’ पर कहा कि पहली लहर की तरह भी इस बार भी वायरस से जीतने के लिए अलग रणनीति अपनानी होगी। उन्होंने संक्रमित लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रैसिंग व टेस्ट रिपोर्ट जल्द से जल्द उपलब्ध कराने पर भी बल दिया। कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों और उनके परिवार के प्रति भी जिम्मेदारियां निभाएं। 
   
करीब दो लाख लोगों का लगा पहला टीका  

अधिकारियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों ने भी बनारस हो रहे उपायों के बारे में जानकारी दी। बताया गया कि कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए बने कंट्रोल रूम, होम आइसोलेशन के लिए बनाये गए सिटी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, डेडीकेटेड फोनलाइन एम्बुलेंस, कंट्रोल रूम से टेलीमेडिसीन की व्यवस्था, शहरी क्षेत्र में अतिरिक्त रैपिड रिस्पान्स टीम की तैनाती की गयी है। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक 1 लाख 98 हजार 383 लोगों को पहला और 35 हजार 14 लोगों को टीका का दोनों डोज लग गया है।

इनकी रही मौजूदगी 

वीडियो कांफ्रेंसिंगॉ में राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी, राज्यमंत्री रवीन्द्र जायसवाल, कोरोना प्रभारी व एमएलसी एके शर्मा, एमएलसी अशोक धवन और लक्ष्मण आचार्य, विधायक रोहनियां सुरेन्द्र नारायन सिंह, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त गौरांग राठी, प्रभारी सीएमओ डॉ. एनपी सिंह, बीएचयू आईएमएस के निदेशक प्रो. बीआर मित्तल रहे।

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