लॉकडाउन के दौरान यूपी लौटे श्रमिकों और मजदूरों के लिए बन रही योजना, शासन ने मांगी रिपोर्ट
लॉकडाउन में यूपी लौटे प्रवासी मजदूरों और श्रमिकों की वास्तविक रिपोर्ट बुधवार की शाम तक सभी जिलों से मांगी गई है। इसमें पूछा गया है कि उनके जिले में लॉकडाउन अवधि में कितने मजदूर व श्रमिक लौटे थे और...
लॉकडाउन में यूपी लौटे प्रवासी मजदूरों और श्रमिकों की वास्तविक रिपोर्ट बुधवार की शाम तक सभी जिलों से मांगी गई है। इसमें पूछा गया है कि उनके जिले में लॉकडाउन अवधि में कितने मजदूर व श्रमिक लौटे थे और इसमें से कितने अब तक वापस जा चुके हैं। राज्य सरकार इसके आधार पर उनके हितों के लिए योजना तय करेगी।
राज्य सरकार ने लॉकडाउन अवधि में लौटे प्रवासी श्रमिकों व मजदूरों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए 1000 रुपये भरण-पोषण भत्ता और तुरंत 15 दिन का मुफ्त राशन देने की योजना शुरू की। इसके साथ ही हुनरमंद श्रमिकों व मजदूरों को पहचान कर उनको रोजगार दिलाने का काम शुरू किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से इस योजना में लोगों को रोजगार से जोड़ने की योजना शुरू की।
लॉकडाउन अवधि में करीब 36 लाख मजदूर व श्रमिक लौटे थे। राज्य सरकार अब यह पता लगाना चाहती है कि लॉकडाउन अवधि में वापस लौटे कितने श्रमिक व मजदूर अब तक वापस जा चुके हैं और इनमें से कितने वापस नहीं जाना चाहते हैं। अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार ने इसके लिए हर जिलों से घर-घर सर्वे कराते हुए आंकड़ा एकत्र करने को कहा है। उन्होंने सभी जिलों से यह रिपोर्ट बुधवार की शाम तक राहत आयुक्त कार्यालय में उपलब्ध कराना है।