ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशगजब:कानपुर में मिला एेसा मरीज जिसके बाएं में लिवर अौर दाएं में हार्ट

गजब:कानपुर में मिला एेसा मरीज जिसके बाएं में लिवर अौर दाएं में हार्ट

हट्टा-कट्टा जवान था रोहन। 42 साल तक उसे कोई बीमारी नहीं हुई। सीने में जकड़न के साथ खून की उल्टियां होने पर परिजन जब उसे हैलट अस्पताल ले गए तो डॉक्टर हैरत में पड़ गए। जांच में पता चला...

गजब:कानपुर में मिला एेसा मरीज जिसके बाएं में लिवर अौर दाएं में हार्ट
कानपुर। वरिष्ठ संवाददाता,कानपुरSun, 07 Jan 2018 06:28 AM
ऐप पर पढ़ें

हट्टा-कट्टा जवान था रोहन। 42 साल तक उसे कोई बीमारी नहीं हुई। सीने में जकड़न के साथ खून की उल्टियां होने पर परिजन जब उसे हैलट अस्पताल ले गए तो डॉक्टर हैरत में पड़ गए। जांच में पता चला कि रोहन के शरीर के कई अंग अपने निर्धारित स्थान पर हैं ही नहीं। रोहन मेडिकल साइंस के लिए किसी अजूबे से कम नहीं था, लेकिन अफसोस लाख कोशिशों के बावजूद डॉक्टर उसे बचा नहीं पाए। उसे लिवर की भी बीमारी थी। अब डॉक्टर रोहन की शारीरिक बनावट पर शोध करेंगे। 

शरीर में सबकुछ था उल्टा-पुल्टा

पीड़ित के शरीर में सबकुछ उल्टा-पुल्टा था। दिल बाएं की जगह दाईं तरफ धड़क रहा था। लिवर दाएं न होकर बायीं ओर था। तिल्ली उल्टे आकार में लटकी हुई थी। फेफड़े असामान्य थे तो गाल ब्लेडर भी अपनी जगह पर नहीं था। जांच के बाद उसे 'डेक्ट्रोकार्डिया साइटस इंवरसस' जैसी गंभीर बीमारी बताई गई। 

01 जनवरी को कराया गया भर्ती

रामादेवी निवासी रोहन को निमोनिया की शिकायत पर सोमवार (01 जनवरी) को हैलट में भर्ती कराया गया था। यहां पर उसका एक्सरे, एमआरआई और अल्ट्रासाउंड किया गया तो डॉक्टरों ने माथा पकड़ लिया। जांच रिपोर्ट सुनकर परिजन भी हैरत में पड़ गए। तीन-चार दिन तक इलाज किया गया, लेकिन शुक्रवार को उसने दम तोड़ दिया। ऑ

रिसर्च का प्लान बना रहे थे डॉक्टर

मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों के मुताबिक रोहन को न सिर्फ बचाने, बल्कि उस पर रिसर्च का प्लान तैयार हो रहा था। इसी बीच उसने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों का कहना है कि दिल बाएं की जगह दाएं होने की बात सामने आती थी, वह भी लाखों में एक। हैलट के इतिहास में अब तक ऐसा मरीज सामने नहीं आया, जिसके सभी अंग अपने निर्धारित स्थान पर न हों। मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेम सिंह,का कहना है कि मरीज देखने में सामान्य था। अहम बात है कि 42 साल तक उसे कोई दिक्कत नहीं हुई। ऐसा अद्भुत मरीज आज तक कभी हैलट अस्पताल में नहीं आया।

मेडिकल साइंस के लिए अजूबा

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र सिंह के मुताबिक असामान्य शरीर के तीन तरह के मामले पाए गए हैं। एक दिल बाएं से दाएं होना। दूसरा दिल समेत शरीर के दूसरे अंग अपोजिट होना। तीसरा शरीर के सभी अंग मिक्स हो जाना। तीसरे स्टेज में इनसान जिंदा तो रहता है, लेकिन कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं। पहले दो तरह की शारीरिक बनावट वाले इनसान 7-8 लाख में एक दो पाए जाते हैं। मिक्स अंगों वाले इनसान बहुत कम पाए जाते हैं। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें