ट्रेंडिंग न्यूज़

अगला लेख

अगली खबर पढ़ने के लिए यहाँ टैप करें

हिंदी न्यूज़ उत्तर प्रदेशदिल की जांच के लिए लारी के 5 चक्कर लगा रहे मरीज, लखनऊ के लारी का हाल

दिल की जांच के लिए लारी के 5 चक्कर लगा रहे मरीज, लखनऊ के लारी का हाल

लखनऊ के केजीएमयू के लारी कॉर्डियोलॉजी में जांच के लिए मरीज 5 चक्कर लगा रहे हैं। मरीज-तीमारदार लगातार शिकायत कर रहे हैं। इसके बावजूद अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।  

दिल की जांच के लिए लारी के 5 चक्कर लगा रहे मरीज, लखनऊ के लारी का हाल
Deep Pandeyहिन्दुस्तान,लखनऊThu, 19 Jan 2023 01:04 PM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

लखनऊ के केजीएमयू के लारी कॉर्डियोलॉजी में दिल के मरीजों की जिंदगी से कदम-कदम पर खिलवाड़ हो रहा है। केजीएमयू के दूसरे विभाग में भर्ती गंभीर मरीजों को जांच के लिए दो से पांच बार दौड़ाया जा रहा है। डॉक्टर-टेक्नीशियन बहानेबाजी कर मरीजों को लौटा रहे हैं। बदइंतजामी का आलम यह है कि ईको जैसी जांच के लिए मरीजों को दो से तीन घंटे का इंतजार करना पड़ रहा है। ऑक्सीजन सपोर्ट पर लाए जा रहे मरीजों के सिलेंडर खत्म हो रहे हैं। ऐसे में मरीज की जान बचाने के लिए तीमारदार अलग से ऑक्सीजन सिलेंडर लाने को मजबूर हैं।

पांच बार दौड़ाने के बाद की जांच
गाजीपुर निवासी अम्बरीश दयाल की तबीयत बिगड़ी। परिवारीजन मरीज को लेकर बुधवार को ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। डॉक्टरों ने तुंरत मरीज को भर्ती कर लिया। इलाज शुरू कर दिया। तबीयत स्थिर होने के बाद मरीज को गांधी वार्ड में शिफ्ट कर दिया। मरीज को सांस लेने में परेशानी थी। लिहाजा डॉक्टरों ने ईको जांच कराने की सलाह दी। इसके लिए भाजा अनूप सिन्हा मरीज को लेकर लारी पहुंचे। यहां दो घंटे बाद जांच होने की बात कही। ऑक्सीजन सपोर्ट पर मरीज हैं। लिहाजा परिवारीजन मरीज को वापस गांधी वार्ड लेकर चले गए। अनूप का कहना है कि मंगलवार को तीन बार मरीज को लारी लेकर आए। जांच नहीं हुई। बुधवार को सुबह मरीज को लेकर आए। पर, जांच नहीं हुई।

जांच के इंतजार में खत्म हुई ऑक्सीजन
परिवारीजन मरीज को दोबारा 12 बजे के बाद लेकर आए। जांच के इंतजार में ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो गया। परिवारीजनों ने एहतियातन दूसरा ऑक्सीजन सिलेंडर रखा था। जिसे लगाया। उसके करीब एक घंटे बाद जांच हुई। तब जाकर मरीज व उनके परिवारीजनों ने राहत की सांस ली।

3 बार दौड़ लगाई तब हुई जांच
आजमगढ़ निवासी मो. रजा को सांस लेने में तकलीफ हुई। परिवारीजन मरीज को लेकर ट्रॉमा सेंटर में गए थे। वहां भर्ती किया गया। तबीयत स्थिर होने के बाद मरीज को गांधी वार्ड में शिफ्ट किया गया। डॉक्टरों ने मरीज को ईको समेत दूसरी जांच कराने की सलाह दी। भाई अफताब ने बताया कि भाई मो. रजा का गांधी वार्ड में इलाज चल रहा है। वे ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। ईको समेत दूसरी जांच के लिए तीन बार लारी लाए। तब जांचें हो सकी।

दो बजे तक शुरू नहीं हुई जांच
लारी कॉर्डियोलॉजी में बदइंतजामी का आलम यह है कि टीएमटी समेत दूसरी जांचें समय पर शुरू हो रही है। दो बजे तक जांच शुरू नहीं हुई थी। मरीज जांच के लिए लाइन में लगे थे। जबकि सुबह नौ बजे से इलाज शुरू होने का नियम है। मरीज-तीमारदार लगातार शिकायत कर रहे हैं। इसके बावजूद अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। मरीज लैब के बाहर जांच का इंतजार कर रहे थे। 

भूखे-प्यासे जांच का इंतजार
संदीप वर्मा अपनी बुजुर्ग मां राम दुलारी को लेकर सुबह नौ बजे टीएमटी लैब के बाहर इंतजार कर रहे थे। माल निवासी राम अनुज वर्मा व बुद्धेश्वर निवासी तीर्थ यादव भी जांच के लिए सुबह से बैठे थे। मरीज-तीमारदार ने बताया कि यह जांच खाली पेट होती है। लिहाजा दो बजे तक भूख-प्यासे जांच के लिए मरीज इंतजार करते थे।

पढ़े UP Nikay chunav News यूपी निकाय चुनाव की लेटेस्ट न्यूज के अलावा UP Nagar Palika chunav और Nagar Nigam election News.