अयोध्या में अस्पताल में बड़ी लापरवाही, बेड से गिरकर मरीज की मौत, हंगामा
अयोध्या जिला चिकित्सालय में लापरवाही की एक बड़ी घटना सामने आई है। जिला चिकित्सालय में भर्ती सांस फूलने की बीमारी से पीड़ित एक रोगी की सोमवार की देर रात इमरजेंसी वार्ड के बेड से गिरने के बाद मौत हो गई।

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अयोध्या जिला चिकित्सालय में लापरवाही की एक बड़ी घटना सामने आई है। जिला चिकित्सालय में भर्ती सांस फूलने की बीमारी से पीड़ित एक रोगी की सोमवार की देर रात इमरजेंसी वार्ड के बेड से गिरने के बाद मौत हो गई। जिसे लेकर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया। पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर हंगामा शांत कराया। जिला चिकित्सालय में हुई मरीज की मौत की घटना को अस्पताल प्रशासन कोई विशेष घटना नहीं मानता। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. सीबीएन त्रिपाठी कहते हैं कि यह न तो अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही है और न ही कोई बड़ी घटना है। मरीज काफी गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था।
जिला चिकित्सालय के इमजेंसी वार्ड के बेड नम्बर आठ पर सोमवार को प्रात:10.50 बजे भर्ती कराया गया सांस के रोग से पीड़ित नगर कोतवाली के वजीरगंज निवासी राजेश पाण्डेय 55 वर्ष पुत्र स्वर्गीय राम हेत पाण्डेय देर रात बेड से नीचे गिर पड़ा। जिससे उसकी हालत और खराब होने लगी।परिजनों ने इसकी सूचना तत्काल इमरजेंसी में मौजूद चिकित्सक को दी। चिकित्सक ने तत्काल मरीज को आक्सीजन देने की व्यवस्था की व आवश्यक इंजेक्शन लगाए किन्तु थोड़ी ही देर में मरीज की मौत हो गयी। मरीज की मौत होते ही परिजनों ने वहां हंगामा करना प्रारम्भ कर दिया। चिकित्सक व स्टाफ पर लापरवाही करने का आरोप लगाया। वार्ड में हंगामा देख स्टाफ ने प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक व पुलिस को बुला लिया। पुलिस व प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने परिजनों को समझाबुझा कर किसी प्रकार हंगामा शांत कराया।
अस्पताल में बेड से गिरने से हुई मरीज की मौत पर एसआईसी डा. सीबीएन त्रिपाठी ने कहा कि मरीज काफी गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय लाया गया था। उसकी सांस फूल रही थी। पुराना बुखार भी था। इसके अलावा फेफडे़ में काफी संक्रमण था। उसका इलाज किया जा रहा था। उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। एसआईसी ने कहा कि यह कोई बहुत बड़ी घटना नहीं है।
उन्होंने इस बात से इनकार किया है कि मरीज की बेड से नीचे गिरने के कारण मौत हुई है। जबकि वार्ड में भर्ती एक अन्य मरीज के तीमारदार ने अपना नाम न बताने की शर्त पर कहा कि मरीज को दौरा जैसा पड़ा था जोर का झटका आया और वह बेड से नीचे गिर गया। उस समय वहां मरीज के परिजन नहीं थे। जैसे ही मरीज बेड से गिरा स्टाफ ने दौड़ कर उसे वापस बेड पर लिटाया और चिकित्सक को बुलवाया। फिलहाल मरीज की मौत होने के बाद परिजन अस्पताल से मरीज की लाश को लेकर चले गए। उनकी ओर से अब तक कहीं कोई शिकायत नहीं की है।