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हरदोई में सौ वेब्ले रिवाल्वरों के पार्ट्स तैयार, इंग्लैंड की टीम का इंतजार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वाकांक्षी मिशन मेक-इन-इंडिया के तहत एक सैकड़ा वेब्ले स्कॉट रिवाल्वर के पार्ट्स तैयार हो चुके हैं। देश के सियाल मैन्यूफैक्चरर्स ग्रुप और हथियार का निर्माण करने वाली...

हरदोई में सौ वेब्ले रिवाल्वरों के पार्ट्स तैयार, इंग्लैंड की टीम का इंतजार
डॉ. केजी गुप्ता,संडीला (हरदोई)Wed, 28 Oct 2020 02:12 AM
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वाकांक्षी मिशन मेक-इन-इंडिया के तहत एक सैकड़ा वेब्ले स्कॉट रिवाल्वर के पार्ट्स तैयार हो चुके हैं। देश के सियाल मैन्यूफैक्चरर्स ग्रुप और हथियार का निर्माण करने वाली इंग्लैंड की कम्पनी वेब्ले एंड स्कॉट ने हरदोई के संडीला औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में यह कर दिखाया है। वेब्ले एंड स्कॉट कम्पनी के विशेषज्ञ इंजीनियर्स की टीम की निगरानी में रिवाल्वर के इन पार्ट्स को असेम्बेल कर उन्हें टेस्टिंग के लिए आर्डिनेंस फैक्टरी कानपुर भेजा जाएगा। इंग्लैंड से नवंबर में यह टीम आने वाली है।
सियाल ग्रुप के डॉयरेक्टर सुरेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि उनकी यूनिट में अभी टेस्टिंग रेंज नहीं बन सकी है। इसीलिए यहां निर्मित हथियारों की टेस्टिंग कानपुर में होगी। कम्पनी सण्डीला में अपनी टेस्टिंग रेंज तैयार कर रही है। कोशिश है कि अगली खेप की टेस्टिंग यही पर हो। उन्होंने बताया कि यहां निर्मित हथियारों पर मेड-इन-इंडिया व इंग्लैंड की संयुक्त सील लगेगी। फिर देश के विभिन्न शहरों में डीलरों के माध्यम से सीधे ग्राहकों को बेचा जाएगा। रिवाल्वर के बाद संडीला यूनिट में पिस्टल, एयरगन, शॉटगन व कारतूसों का निर्माण भी किया जाएगा। इन्हें खरीदने के शौकीन भारतीयों को अब विदेश नहीं जाना पड़ेगा।
भारत विश्व का 16वां देश बना
वेब्ले एंड स्कॉट कंपनी विश्व के 15 देशों में हथियारों का उत्पादन कर रही है। भारत उसके साथ मिलकर हथियार उत्पादन वाला 16वां देश बन गया है। संडीला यूनिट में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी सियाल ग्रुप की व 49 प्रतिशत वेब्ले एंड स्कॉट की है। संडीला में निर्मित वेब्ले स्कॉट रिवाल्वर की कीमत लगभग 1.60 लाख रुपए होगी। रिवाल्वर व पिस्टल की डिजाइन पहले जैसी ही होगी लेकिन गुणवत्ता में यह पुरानी वेब्ले को मात देगी।
40 से 50 मीटर तक भेद सकेगी निशाना
वेब्ले की मारक क्षमता 40 से 50 मीटर तक की होगी। अभी संडीला यूनिट में वेब्ले के पुर्जों के निर्माण के लिए एक दर्जन प्लांट लगाए गए हैं। आगे चलकर और भी उन्नत मशीनें लगाई जाएंगी। कंपनी में अभी लगभग 25 दक्ष कारीगर कार्यरत हैं। उत्पादन कार्य में तेजी आने पर क्षेत्र के लगभग 200 लोगों को रोजगार मिल सकेगा। भारतीय बाजार में आने पर लोगों की वेब्ले अपने ही देश में खरीदने की ख्वाहिश पूरी हो सकेगी। भविष्य में यहां निर्मित शस्त्रों को निर्यात भी किया जाएगा।

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