इटावा में नहीं सुन रहे थे अधिकारी, परेशान होकर किसान ने किया डीएम आफिस पर आत्मदाह का प्रयास
उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के दबंगों के उत्पीड़न से तंग एक किसान ने शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर आत्मदाह की कोशिश की। इस घटना से पुलिस और प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है।

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उत्तर प्रदेश में इटावा जिले में दबंगों के उत्पीड़न और अधिकारियों के यहां सुनवाई नहीं होने से तंग एक किसान ने शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर आत्मदाह की कोशिश की। इस घटना से पुलिस और प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है। जिला प्रशासन ने पीड़ित युवक और उसके परिवार के सदस्यों को जांच कर राहत देने की बात कही है।
आत्मदाह की पुष्टि करते हुए इटावा सदर एसडीएम वक्रिम सिंह राघव ने बताया कि शिवप्रताप नामक युवक ने मट्टिी का तेल छिड़ककर आत्महत्या करने का प्रयास किया जिसे तुरंत ही रोक लिया गया। उन्होने कहा कि आत्मदाह करने वाले व्यक्ति की जमीन को एक महीने पहले कब्जा मुक्त करा दिया गया था। उसके बाद युवक ने कोई शिकायत नहीं की कि उनकी जमीन पर फिर से कब्जा कर लिया गया है।
अब शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए एक टीम का गठन किया गया है जो फिर से आज उनकी जमीन का निरीक्षण करने जाएगी और वैधानिक कार्रवाई करते हुए अगर उनकी जमीन पर कब्जा हुआ है तो उसको मुक्त करवाकर जमीन दिलवाई जाएगी।
पीड़ित किसान शिवप्रताप ने बताया कि उनकी जमीन पर तीन वर्षों से गांव के ही दबंगों ने कब्जा किया हुआ है। कई चक्कर अधिकारियों के काटने के बावजूद कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। एक महीने पहले एसडीएम के आदेश पर अधिकारियों ने नापतोल कर जमीन पर हुए कब्जे को हटाया लेकिन उसी शाम दबंग परिवार ने फिर से प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा गढ़ी हुई खूटियों को हटा दिया गया और फिर से कब्जा कर लिया। उसने मामले की इत्तिला अधिकारियों को दी मगर कोई सुनवाई नहीं हुई जिससे क्षुब्ध होकर आत्मदाह का निर्णय लिया।