ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशकानपुर में अब जानलेवा एएनई का हमला, सात मेडिकल छात्र-छात्राएं बीमार, एक कोमा में पहुंचने से हड़कंप

कानपुर में अब जानलेवा एएनई का हमला, सात मेडिकल छात्र-छात्राएं बीमार, एक कोमा में पहुंचने से हड़कंप

कानपुर में पहली बार जानलेवा एक्यूट नेक्रोटाइजिंग इंसेफ्लाइटिस (एएनई) का संक्रमण फैल गया है। सबसे पहले इसका शिकार मरीजों का इलाज करने वाले मेडिकल के लोग यानी डॉक्टर ही हुए हैं। इससे हड़कंप मचा हुआ है।

कानपुर में अब जानलेवा एएनई का हमला, सात मेडिकल छात्र-छात्राएं बीमार, एक कोमा में पहुंचने से हड़कंप
Yogesh Yadavहिन्दुस्तान,कानपुरTue, 27 Sep 2022 10:23 PM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

कानपुर में पहली बार जानलेवा एक्यूट नेक्रोटाइजिंग इंसेफ्लाइटिस (एएनई) का संक्रमण फैल गया है। सबसे पहले इसका शिकार मरीजों का इलाज करने वाले मेडिकल के लोग यानी डॉक्टर ही हुए हैं। संक्रमण की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की एक छात्रा कोमा में चली गई। इसी तरह के लक्षण पर पांच और मेडिकल छात्र-छात्राओं को मेडिकल कॉलेज से संबद्ध हैलट अस्पताल के मैटरनिटी विंग के विशेष वार्ड में भर्ती किया गया है। फिलहाल इस बीमारी से पीड़ित पांच छात्राओं और दो छात्रों का इलाज किया जा रहा है। 

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस तृतीय वर्ष की दो छात्राओं को सोमवार सुबह तेज बुखार आने पर हैलट इमरजेंसी में भर्ती किया गया था। इनमें से छात्रा पाखी (20) को तीन घंटे बाद ही तेज सिर दर्द शुरू हो गया और वह अचेत हो गई।

उसे आईसीयू में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया पर रात में कोमा में चली गई। जांच में पता चला कि वह एएनई संक्रमण की शिकार है और पूरे ब्रेन में संक्रमण फैल चुका है। इस पर उसे वेंटीलेटर पर रखा गया है। हालत बिगड़ने पर बाराबंकी से उसके माता-पिता को हैलट बुला लिया गया है।

वहीं, बीमारी की जानकारी पर उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरि ने मंगलवार दोपहर में मेडिकल कॉलेज पहुंच कर गर्ल्स हॉस्टल का गहन मुआयना किया तो हैरान हो गईं। वहां तेज बुखार से पीड़ित थर्ड ईयर की तीन और मेडिकल छात्राएं, पैरा एम-2 का एक मेडिकल छात्र और फाइनल ईयर का एक छात्र मिला। उन्होंने तुरंत एम्बुलेंस बुलाकर सभी को मैटरनिटी विंग के विशेष वार्ड में भर्ती कराया। आशंका जताई गई है कि ये सभी एएनई के शिकार हैं।  

छात्राओं में फैली दहशत

मेडिकल छात्रा के इस तरह गंभीर होने पर मेडिकल कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल की दूसरी छात्राओं में दहशत फैल गई है। फैकल्टी के सदस्य भी तनाव में हैं। हर कोई छात्रा के लिए दुआ कर रहा है। हालांकि देर शाम छात्रा के माता-पिता ने उसे एसजीपीजीआई ले जाने का प्रस्ताव दिया, जिसे मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मान लिया। उसे ले जाने के लिए वेंटीलेटर युक्त एम्बुलेंस के इस्तेमाल की सलाह दी गई है। 

 जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरि के अनुसार एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा में एक्यूट नेक्रोटाइजिंग इंसेफ्लाइटिस की पुष्टि हुई है। छात्रा की हालात बेहद गंभीर है। डॉक्टर सारे प्रयास कर रहे हैं। गंभीर वायरल से पीड़ित गर्ल्स हॉस्टल की तीन और छात्राओं और दो मेडिकल छात्रों को मैटरनिटी विंग में भर्ती किया गया है। वायरल इतना गंभीर होने से डॉक्टर भी चिंतित हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें