नूरपुर कांड: सैनिक के परिवार पर कहर बरपाने वाले थानेदार समेत पांच पुलिसकर्मी निलंबित
गाजीपुर में नगसर थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव में सैनिक और पूर्व सैनिक भाइयों समेत समूचे परिवार पर कहर बरपाने वाले एसओ समेत पांच पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गाज गिरी है। शासन ने तत्कालीन...
गाजीपुर में नगसर थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव में सैनिक और पूर्व सैनिक भाइयों समेत समूचे परिवार पर कहर बरपाने वाले एसओ समेत पांच पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गाज गिरी है। शासन ने तत्कालीन थानाध्यक्ष रमेश कुमार और उप निरीक्षक कृष्णा यादव सहित तीन आरक्षियों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही मजिस्ट्रेटी जांच के अलावा विभागीय जांच भी कराई जाएगी। उन पर हुई कार्रवाई को सर्विस बुक में भी दर्ज किया जाएगा।
नूरपुर कांड का शनिवार देर रात सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रभारी मंत्री आनंद स्वरुप शुक्ला की प्राथमिक रिपोर्ट का संज्ञान लिया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव गृह ने डीएम की रिपोर्ट के आधार पर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की। शासन ने तत्कालीन थानाध्यक्ष रमेश कुमार एवं उप निरीक्षक कृष्णा यादव सहित तीन सिपाहियों को प्राथमिक दोषी माना। शासन को रिपोर्ट में पता चला कि गिरफ्तारी के नाम पर पुलिस ने उत्पीड़न किया। पीड़ितों के बुधवार को मेडिकल और शनिवार को बयान दर्ज किए गए थे। अब निलंबन के बाद पीड़ित सैनिक और पूर्व सैनिक भाइयों ने दरोगा समेत पांचों पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज करने की मांग की है।
यह है पूरा मामला
नगसर पुलिस ने 27 जुलाई को गिरफ्तारी के नाम पर नूरपुर गांव में सैनिक भाइयों को पीटा था। तेरहवीं कार्यक्रम के दौरान धमकी पुलिस ने सैनिक कमल पांडे, पूर्व सैनिक अजय पांडे समेत परिवार से अमानवीय व्यवहार किया। अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई के नाम पर उरी में तैनात सैनिक कमल, दो पूर्व सैनिकों, तीन छात्रों समेत नौ लोगों को थाने ले आई। सैनिक परिवार को एसओ रमेश कुमार ने पीटा और उनके पक्ष को सुना भी नहीं।