कोरोना के नए मरीजों में मिल रहा नया वैरिएंट, डॉक्टरों ने बताया कितना है घातक
कोरोना के मिल रहे नए मरीजों में नया एक्सबीबी 1.1.6 वैरिएंट मिल रहा है। मार्च से नए वैरिएंट के मरीज बढ़ रहे हैं। इसकी प्रसार दर पहली व दूसरी लहर से ज्यादा तेज है। यह अब तक मिले वैरिएंट में सबसे तेज है।

कोरोना के मिल रहे नए मरीजों में नया एक्सबीबी 1.1.6 वैरिएंट मिल रहा है। मार्च से नए वैरिएंट के मरीज बढ़ रहे हैं। इसकी प्रसार दर पहली व दूसरी लहर से ज्यादा तेज है। प्रारंभिक शोध के अनुसार, कोविड एक्सबीबी 1.16 वैरिएंट अब तक पाया गया सबसे तेजी से फैलने वाला कोविड सबटाइप है और इसके फैलने का दर पुराने वैरिएंट के मुकालबे कहीं ज्यादा तेज है। इसके साथ ही डॉक्टरों ने राहत भरी खबर दी है। डॉक्टरों ने बताया कि इसका प्रसार भले तेज है लेकिन घातक नहीं है। इस वैरिएंट में संक्रमितों में सर्दी, जुकाम व खांसी जैसे सामान्य लक्षण हैं। पीजीआई निदेशक डॉ. आरके धीमन का दावा है कि कोरोना संक्रमितों की जांच में नया वैरिएंट निकल रहा है। डॉ.धीमन का कहना है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस नए वैरिएंट की पुष्टि की है।
इस बार संक्रमितों में दिक्कतें नहीं
पीजीआई निदेशक डॉ. आरके धीमन ने बताया कोविड के नए वैरिएंट की प्रसार दर अधिक है। यही वजह है कि देश में कोविड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन यह पहली व दूसरी लहर की तरह घातक नहीं है। संक्रमितों का ऑक्सीजन स्तर गिरने व सांस लेने में तकलीफ समेत दूसरी दिक्कतें नहीं आ रही हैं। जिसकी वजह से इन्हें अस्पताल में भर्ती की जरूरत नहीं पड़ रही है। अधिकांश लोग घर पर ही ठीक हो रहे हैं।
बुजुर्ग और बीमार सर्तकता बरतें
डॉ. आरके धीमन का कहना है कि नए वैरिएंट एक्सबीबी-1.1.6 से लोग घबराएं नहीं हैं। यह सामान्य फ्लू की तरह है। इसकी जद में आने वाले संक्रमित छह से सात दिन में ठीक हो रहे हैं। अस्पताल में भर्ती की जरूर नहीं पड़ रही है। बुजुर्ग, बच्चे और डायबिटीज, गुर्दा, कैंसर व दिल समेत बीमार लोग खासी सावधानी बरतें। यह लोग भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। बाहर निकलने पर मास्क लगाएं। दूसरी बीमारियों के इलाज के लिए अस्पताल जाने पर खुद को संक्रमण से बचाने के सभी जतन अपनाएं।
केस बढ़ रहे, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं
विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादातर लोगों में हाइब्रिड इम्युनिटी आ चुकी है। यानी वैक्सीनेशन और प्राकृतिक संक्रमण से मिली इम्युनिटी। यह हाइब्रिड इम्युनिटी लोगों को गंभीर बीमार होने और अस्पताल में भर्ती होने से बचा रही है। इसी से लोग ओमिक्रॉन के छह सब वैरिएंट से मुकाबला करने में सक्षम हैं। इनमें एक्सबीबी 1.16 भी शामिल है।