2024 से पहले बनने लगे नए समीकरण, लोकसभा चुनाव में प्रमुख दलों के लिए चुनौती बन सकती है AIMIM और आप
लोकसभा चुनाव के सेमी फाइनल कहे जाने वाले नगर निकाय चुनाव में आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लेमीन (एआईएमआईएम) और आम आदमी पार्टी (आप) की धमाकेदार एंट्री हुई।
लोकसभा चुनाव के सेमी फाइनल कहे जाने वाले नगर निकाय चुनाव में आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लेमीन (एआईएमआईएम) और आम आदमी पार्टी (आप) की धमाकेदार एंट्री हुई। प्रमुख दलों को पछाड़ कर दोनों दलों ने एक-एक नगर पंचायत पर कब्जा जमा लिया। इसे लोकसभा चुनाव की नई चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। मुरादाबाद जिले की 11 नगर निकायों में से दो में एआईएमआईएम और आप ने कब्जा जमाकर सबको चौंका दिया है। पाकबड़ा में आप ने भाजपा से और कुंदरकी में एआईएमआईएम ने सपा से सीट छीनी है।
निकाय चुनाव में इन दोनों दलों के प्रत्याशियों की सफलता ने भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस जैसे सभी प्रमुख दलों के सामने चुनौती खड़ी कर सकते हैं इसमें शक नहीं। उदाहरण देखें तो मुरादाबाद ही नहीं पड़ोसी जिले रामपुर में भी सपा नेता आजम खां के गढ़ में भी आप का जादू चला है। मतदाता वही हैं उनके बीच में इन दलों की पैठ प्रमुख दलों की मुश्किलें और बढ़ा सकती है। मजलिस की मुस्लिम बहुल क्षेत्र में धमक दिखने लगी है।
मुरादाबाद महानगर में महापौर के चुनाव में भी मजलिस के प्रत्याशी ने छह हजार से ज्यादा मत झटक लिए। जहां भी मजलिस लड़ी मत हासिल किए। पाकबड़ा मुरादाबाद जनपद की सबसे बड़ी नगर पंचायत है। यहां 26 प्रत्याशियों के बीच आम आदमी पार्टी ने सभी की उम्मीदों पर झाड़ू फेर कर खलबली मचा दी है। राजनीतिक दलों के लोग भले ही यह तर्क दे रहे हैं कि निकाय चुनाव और लोकसभा चुनाव में अंतर है पर एआईएमआईएम और आप हराने-जिताने की स्थिति में हैं यह साबित हो गया है।