बाइक बोट घोटाले में अब आरोपियों की संख्या 100 के पार पहुंचने जा रही है। पंजाब से गिरफ्तार रविंद्र से मिली पेन ड्राइव ने अनेक नए आरोपियों के नामों का खुलासा हुआ है। इनकी गिरफ्तारी के लिए ईओडब्ल्यू और एसटीएफ की टीमें दबिश दे रही हैं।
मामले की जांच में जुटे वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार इस पेन ड्राइव से बाइक बोट के कई अहम राज खुले हैं और नए आरोपियों के नाम भी सामने आये हैं, जिन्होंने बाइक बोट की कंपनी में पैसे का लेन-देन किया और लोगों के पैसे का निवेश कराया। कुछ नाम ऐसे भी सामने आये हैं जिन्होंने ठगी के पैसे को अन्य स्थानों में निवेश करने में अहम भूमिका अदा की थी। इन सभी लोगों को भी अब इस मामले में ईओडब्लू द्वारा आरोपी बनाया जाएगा और उनकी गिरफ्तारियां होगी। इसके बाद इस घोटाले में शामिल आरोपियों की संख्या 100 के पार पहुंचेगी। इस मामले में से अभी तक 22 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं। इस पेन ड्राइव को जांच एजेंसियों द्वारा अभी तक का सबसे अहम सुराग माना जा रहा है। जिन नए आरोपियों के नाम इस पेन ड्राइव के माध्यम से ईओडब्लू को मिले हैं, उनकी पूरी कुंडली बनाने में पुलिस अधिकारी जुट गए हैं।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश जारी
बाइक बोट घोटाले में नए आरोपियों के नाम सामने आने के बाद ईओडब्लू ने इस मामले में जांच के लिए चार नई टीमों का गठन किया है, जिसमें 68 पुलिस कर्मी लगाये गये हैं। एक टीम में दो इंस्पेक्टर, छह दारोगा और नौ कांस्टेबल शामिल किए गये हैं। यह टीमें लगातार छापेमारी करेंगी। इसके साथ ही एसटीएफ की दो टीमें भी आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही हैं और नोएडा क्राइम ब्रांच की टीमें भी आरोपियों की तलाश में लगी हुई हैं।
कंपनी को लोगों से पैसे लेने का अधिकार नहीं था
गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के तहत बाइक बोट कंपनी को खोला गया था। इस कंपनी के विभिन्न शहरों में बैंक खाते भी खुले थे, जिनमें जनता से ठगी का पैसा जमा कराया गया था। यहीं से ठगी की रकम निकाली गई थी। आरबीआई द्वारा जांच एजेंसियों को जानकारी दी गई है कि यह कंपनी उनके यहां पर रजिस्टर्ड नहीं है और ऐसे में उसे जनता से पैसे लेने का अधिकार नहीं था, उसने जनता से जो भी पैसा जमा कराया वह गलत है।