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मिशन-2022 : फिर भाजपा के साथ जा सकते हैं ओम प्रकाश राजभर 

मांगें पूरी नहीं होने पर मंत्री पद छोड़ यूपी सरकार से बाहर हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर विधानसभा चुनाव-2022 में फिर से भाजपा के सहयोगी के रूप में नजर आ सकते हैं।...

मिशन-2022 : फिर भाजपा के साथ जा सकते हैं ओम प्रकाश राजभर 
प्रमुख संवाददाता, लखनऊTue, 03 Aug 2021 07:30 PM

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मांगें पूरी नहीं होने पर मंत्री पद छोड़ यूपी सरकार से बाहर हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर विधानसभा चुनाव-2022 में फिर से भाजपा के सहयोगी के रूप में नजर आ सकते हैं। पिछले कई दिनों से राजनीतिक गलियारे में चल रही इन चर्चाओं को मंगलवार को बल मिला। ओम प्रकाश राजभर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के बीच साथ आने के मुद्दे पर करीब घंटे भर वार्ता हुई। इस मुद्दे पर जल्द ही राजभर की मुलाकात भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से कराने की तैयारी है। 

मंगलवार को सुबह आठ बजे ओम प्रकाश राजभर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के सरकारी आवास पर मुलाकात करने गए थे। मुलाकात की इस कड़ी में अहम भूमिका भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने निभाई। इस मुलाकात को भाजपा द्वारा पिछड़ी जातियों के मतों में बिखराव को रोकने की मुहिम से जोड़कर देखा जा रहा है।

मिली जानकारी के मुताबिक बातचीत के दौरान राजभर ने स्वतंत्र देव से कहा कि सरकार में जब तक वह थे उनकी एक बात नहीं मानी गई। पिछड़ों की जातिगत जनगणना, रोहिणी आयोग की रिपोर्ट को लागू करने, प्रदेश में सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करने, महिलाओं को नौकरियों में 50 फीसदी तथा लोकसभा में 33 फीसदी आरक्षण तथा स्नातकोत्तर तक मुफ्त शिक्षा की मांग को स्वतंत्र देव के सामने रखा। सबसे बड़ी शर्त यह रखी कि भाजपा पिछड़ी जाति से किसी नेता को मुख्यमंत्री चेहरा बनाए। भाजपा इन मांगों को पूरा करने के लिए आगे आती है तो वह उनके साथ हैं। ओम प्रकाश राजभर ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से भी मुलाकात की। इस मुलाकात को भी गठजोड़ से जोड़कर ही देखा जा रहा है। उनकी पार्टी के नेताओं का कहना है कि केशव प्रसाद मौर्य से यह मुलाकात राजभर के विधानसभा क्षेत्र की कुछ सड़कों के संबंध में था। राजभर की मुलाकात प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश द्विवेदी से भी हुई।

इस बाबत पूछे जाने पर राजभर ने कहा कि स्वतंत्र देव सिंह से उनकी मुलाकात हुई। बातचीत में साथ आने का प्रस्ताव भी उन्हें मिला। जिस पर उन्होंने पिछड़ा वर्ग से सीएम चेहरा देने की मांग रखी। यह भी कहा कि फिलहल वह भाजपा से कोई गठबंधन करने नहीं जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि अब राजभर की मुलाकात बहुत जल्द भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से होगी। जिसके बाद फिर से साथ आने पर कोई फैसला होगा। दूसरी तरफ यह भी बताया जाता है कि भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह बलिया जिले के हैं और राजभर भी बलिया से हैं। एमएलसी की दौड़ में लगे दयाशंकर सिंह की पैरवी में राजभर स्वतंत्र देव से मिले। 

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