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बड़ी कार्रवाई: वाराणसी हादसे में सेतु निगम के एमडी समेत सात दोषी, मिलेगा कठोर दंड

वाराणसी में निर्माणाधीन फ्लाईओवर की बीम गिरने के मामले में जांच कमेटी ने सेतु निगम के एमडी राजन मित्तल, मुख्य परियोजना प्रबंधक एससी तिवारी, पूर्व परियोजना प्रबंधक गेंदालाल समेत सात अभियंताओं को दोषी...

बड़ी कार्रवाई: वाराणसी हादसे में सेतु निगम के एमडी समेत सात दोषी, मिलेगा कठोर दंड
विशेष संवाददाता,लखनऊ Fri, 18 May 2018 06:50 AM
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वाराणसी में निर्माणाधीन फ्लाईओवर की बीम गिरने के मामले में जांच कमेटी ने सेतु निगम के एमडी राजन मित्तल, मुख्य परियोजना प्रबंधक एससी तिवारी, पूर्व परियोजना प्रबंधक गेंदालाल समेत सात अभियंताओं को दोषी पाया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि सभी के खिलाफ लोक निर्माण विभाग कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाए। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि निर्माण का थर्ड पार्टी निरीक्षण भी कराया जाए। उधर, जांच रिपोर्ट आने से पहले ही सेतु निगम के एमडी राजन मित्तल को गुरुवार की दोपहर हटा दिया गया था।


दोषी पाए जाने वाले में राजन मित्तल, एससी तिवारी व गेंदालाल के अलावा परियोजना प्रबंधक केआर सूदन, सहायक परियोजना प्रबंधक राजेंद्र सिंह, अवर परियोजना प्रबंधक लालचंद व अवर परियोजना प्रबंधक मुख्य हैं। मुख्यमंत्री को सौंपी गई रिपोर्ट में कई स्तर पर खामियां सामने आई हैं। इनमें पाया गया है कि निर्माण की ड्राइंग का अनुमोदन नहीं था। कालम के बीच में टाईबीम नहीं बनी थी। जांच में यह स्पष्ट नहीं हो सका कि निर्माण में प्रयुक्त सीमेंट, बालू एवं ग्रिट का अनुपात निर्धारित मानक के अनुरूप था या नहीं। ऐसा बैच मिक्स प्लांट का रिकार्ड न होने के कारण हुआ।

साथ ही कार्य स्थल पर ढाली गई कंक्रीट की चेकलिस्ट निर्माण इकाई के पास मौजूद नहीं था। कई अधिकारियों ने निरीक्षण तो क्या लेकिन निरीक्षण टिप्पणियां नहीं लिखीं। कार्य करते समय निर्माण इलाई द्वारा कार्यस्थल का बैरीकेडिंग नहीं की गई। मुख्यमंत्री ने जांच कमेटी द्वारा पाई गई लापरवाई पर निर्देश दिए हैं कि ऐसी लापरवाही भविष्य में न होने पाए। यह सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने यह निर्देश देर रात उन्हें जांच कमेटी के अध्यक्ष एपीसी राज प्रताप सिंह द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के बाद जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने एपीसी राज प्रताप सिंह के नेतृत्व में एक तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी और उसे 48घंटे में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे।  कमेटी में सिंचाई विभाग के इंजीनियर इन चीफ भूूपेंद्र शर्मा और जल निगम के एमडी राजेश मित्तल प्रमुख थे।

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